प्रभु थाम लो अब ये हाथ मेरा

प्रभु थाम लो अब ये हाथ मेरा

मैंने हाथ बढ़ाया तेरी तरफ प्रभु, थाम लो अब ये हाथ मेरा,
आसान डगर हो जाएगी, जो मिल जाएगा साथ तेरा ॥

अंतरा ੧
कहने को यहाँ सब अपने, पर अपना कोई न आए नज़र,
मैं छोड़ के ये दुनियादारी, खाटू वाले आई तेरे दर ॥
इस झूठी दुनिया में केवल, एक तू ही तो है नाथ मेरा ॥
मैंने हाथ बढ़ाया...

अंतरा ੨
एक आस लगा कर आई हूँ, विश्वास मेरा ये जीतेगा,
मेरे जीवन की बगिया को, खुशियों से तू ही सींचेगा ॥
मेरे खाटू वाले श्याम धनी, तू ही तो है आराध्य मेरा ॥
मैंने हाथ बढ़ाया...

अंतरा ੩
होती जब भी तकलीफ कोई, तुझसे ही दिल की बात कहूँ,
कहता है कुंदन तुझ बिन बाबा, मैं खुद को अकेला समझूँ ॥
मेरा आखिर तू ही है बाबा, तू ही तो है प्रारंभ मेरा ॥
मैंने हाथ बढ़ाया...



प्रभु थाम लो अब ये हाथ मेरा - Sonal Shukla - Prabhu Tham Lo Ab Ye Hath Mera - Khatu Shyam Ji Bhajan

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Saroj Jangir Author Admin - Saroj Jangir

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