करो चाहे लाख चतुराई उसी घर सबको जाना Karo Chahe Lakh Chaturai Chetawani Bhajan by Amrit Bela
करो चाहे लाख चतुराई,उसी घर सबको जाना है,
करो चाहे लाख चतुराई,
उसी घर सबको जाना है,
उसी घर हमको जाना है,
उसी घर तुमको जाना है,
ना हाथी हैं ना घोड़े हैं,
वहां पैदल ही जाना है।
लड़कपन खेल में खोया,
जवानी नींद भर सोया,
लड़कपन खेल में खोया,
जवानी नींद भर सोया,
बुढ़ापा देखकर रोया,
उसी घर सबको जाना है।
बुढ़ापा देखकर रोया,
उसी घर सबको जाना है।
करो चाहे लाख चतुराई,
उसी घर तुमको जाना है,
ना हाथी हैं ना घोड़े हैं,
वहां पैदल ही जाना है।
पलंग के चार पाए हैं,
फरिश्ते लेने आए हैं,
संभल कर ले चलो भाई,
रोये बाप और भाई,
करो चाहे लाख़ चतुराई,
उसी घर तुमको जाना है,
ना हाथी हैं ना घोड़े हैं,
वहां पैदल ही जाना है।
ओ टूटी आम की डाली,
रोया बाग़ का माली,
बगीचा कर चला खाली,
उसी घर सबको जाना है,
बगीचा कर चला खाली,
उसी घर सबको जाना है,
करो चाहे लाख चतुराई,
उसी घर तुमको जाना है,
ना हाथी हैं ना घोड़े हैं,
वहां पैदल ही जाना है।
ना बेटा है, ना बेटी है,
यहां पर कौन तेरा है,
ये दुनिया दो दिन का मेला,
यहां पर आना जाना है।
करो चाहे लाख चतुराई
उसी घर तुमको जाना है,
ना हाथी हैं ना घोड़े हैं,
वहां पैदल ही जाना है।
बना है कांच का मंदिर,
उसी में भगवान रहते हैं,
वो लेकर पैन और स्याही,
मुक्कदर सबका लिखते हैं।
करो चाहे लाख चतुराई
उसी घर सबको जाना है।
करो चाहे लाख चतुराई,
उसी घर सबको जाना है,
उसी घर हमको जाना है,
उसी घर तुमको जाना है,
ना हाथी हैं ना घोड़े हैं,
वहां पैदल ही जाना है।
लड़कपन खेल में खोया,
जवानी नींद भर सोया,
लड़कपन खेल में खोया,
जवानी नींद भर सोया,
बुढ़ापा देखकर रोया,
उसी घर सबको जाना है।
बुढ़ापा देखकर रोया,
उसी घर सबको जाना है।
करो चाहे लाख चतुराई,
उसी घर तुमको जाना है,
ना हाथी हैं ना घोड़े हैं,
वहां पैदल ही जाना है।
पलंग के चार पाए हैं,
फरिश्ते लेने आए हैं,
संभल कर ले चलो भाई,
रोये बाप और भाई,
करो चाहे लाख़ चतुराई,
उसी घर तुमको जाना है,
ना हाथी हैं ना घोड़े हैं,
वहां पैदल ही जाना है।
ओ टूटी आम की डाली,
रोया बाग़ का माली,
बगीचा कर चला खाली,
उसी घर सबको जाना है,
बगीचा कर चला खाली,
उसी घर सबको जाना है,
करो चाहे लाख चतुराई,
उसी घर तुमको जाना है,
ना हाथी हैं ना घोड़े हैं,
वहां पैदल ही जाना है।
ना बेटा है, ना बेटी है,
यहां पर कौन तेरा है,
ये दुनिया दो दिन का मेला,
यहां पर आना जाना है।
करो चाहे लाख चतुराई
उसी घर तुमको जाना है,
ना हाथी हैं ना घोड़े हैं,
वहां पैदल ही जाना है।
बना है कांच का मंदिर,
उसी में भगवान रहते हैं,
वो लेकर पैन और स्याही,
मुक्कदर सबका लिखते हैं।
करो चाहे लाख चतुराई
उसी घर सबको जाना है।
भजन श्रेणी : आध्यात्मिक भजन (Read More : Devotional Bhajan)
भजन श्रेणी : विविध भजन/ सोंग लिरिक्स हिंदी Bhajan/ Song Lyrics
करो चाहे लाख चतुराई उसी घर सबको जाना है चेतावनी भजन
इस भजन से सबंधित अन्य भजन निचे दिए गए हैं जो आपको अवश्य ही पसंद आयेगे, कृपया करके इन भजनों को भी देखें.
Read Also / इस भजन से सबंधित अन्य भजन भी देखें :-
- राम कहयो नहीं जाय मुख से हरि कयो नी जाय लिरिक्स Ram Kayo Nahi Jaay Lyrics
- विधाता अजब लिखी तक़दीर भजन लिरिक्स Vidhata Ajab Likhi Takdir Lyrics
- तेरे नाम का सुमिरण करके लिरिक्स Tere Nam Ka Sumiran Karke Lyrics
- यही वर दो मेरे राम लिरिक्स Yahi Var Do Mere Ram Lyrics
- नाग देवता आरती लिरिक्स ॐ जय जय कुलदेवा Nagdevata Aarti Lyrics Nagpanchmi
Karo Chahe Lakh Chaturai,
Usi Ghar Sabako Jana Hai,
Karo Chahe Lakh Chaturai,
Usi Ghar Sabako Jana Hai,
Usi Ghar Hamako Jana Hai,
Usi Ghar Tumako Jana Hai,
Na Hathi Hain Na Ghode Hain,
Vahan Paidal Hi Jana Hai.
Ladakapan Khel Mein Khoya,
Javani Nind Bhar Soya,
Ladakapan Khel Mein Khoya,
Javani Nind Bhar Soya,
Budhapa Dekhakar Roya,
Usi Ghar Sabako Jana Hai.
Budhapa Dekhakar Roya,
Usi Ghar Sabako Jana Hai.
Karo Chahe Lakh Chaturai,
Usi Ghar Tumako Jana Hai,
Na Hathi Hain Na Ghode Hain,
Vahan Paidal Hi Jana Hai.
Palang Ke Char Pae Hain,
Pharishte Lene ae Hain,
Sambhal Kar Le Chalo Bhai,
Roye Bap Aur Bhai,
Karo Chahe Lakh Chaturai,
Usi Ghar Tumako Jana Hai,
Na Hathi Hain Na Ghode Hain,
Vahan Paidal Hi Jana Hai.
O Tuti am Ki Dali,
Roya Bag Ka Mali,
Bagicha Kar Chala Khali,
Usi Ghar Sabako Jana Hai,
Bagicha Kar Chala Khali,
Usi Ghar Sabako Jana Hai,
Karo Chahe Lakh Chaturai,
Usi Ghar Tumako Jana Hai,
Na Hathi Hain Na Ghode Hain,
Vahan Paidal Hi Jana Hai.
Na Beta Hai, Na Beti Hai,
Yahan Par Kaun Tera Hai,
Ye Duniya Do Din Ka Mela,
Yahan Par ana Jana Hai.
Karo Chahe Lakh Chaturai
Usi Ghar Tumako Jana Hai,
Na Hathi Hain Na Ghode Hain,
Vahan Paidal Hi Jana Hai.
Bana Hai Kanch Ka Mandir,
Usi Mein Bhagavan Rahate Hain,
Vo Lekar Pain Aur Syahi,
Mukkadar Sabaka Likhate Hain.
Karo Chahe Lakh Chaturai
Usi Ghar Sabako Jana Hai.
Usi Ghar Sabako Jana Hai,
Karo Chahe Lakh Chaturai,
Usi Ghar Sabako Jana Hai,
Usi Ghar Hamako Jana Hai,
Usi Ghar Tumako Jana Hai,
Na Hathi Hain Na Ghode Hain,
Vahan Paidal Hi Jana Hai.
Ladakapan Khel Mein Khoya,
Javani Nind Bhar Soya,
Ladakapan Khel Mein Khoya,
Javani Nind Bhar Soya,
Budhapa Dekhakar Roya,
Usi Ghar Sabako Jana Hai.
Budhapa Dekhakar Roya,
Usi Ghar Sabako Jana Hai.
Karo Chahe Lakh Chaturai,
Usi Ghar Tumako Jana Hai,
Na Hathi Hain Na Ghode Hain,
Vahan Paidal Hi Jana Hai.
Palang Ke Char Pae Hain,
Pharishte Lene ae Hain,
Sambhal Kar Le Chalo Bhai,
Roye Bap Aur Bhai,
Karo Chahe Lakh Chaturai,
Usi Ghar Tumako Jana Hai,
Na Hathi Hain Na Ghode Hain,
Vahan Paidal Hi Jana Hai.
O Tuti am Ki Dali,
Roya Bag Ka Mali,
Bagicha Kar Chala Khali,
Usi Ghar Sabako Jana Hai,
Bagicha Kar Chala Khali,
Usi Ghar Sabako Jana Hai,
Karo Chahe Lakh Chaturai,
Usi Ghar Tumako Jana Hai,
Na Hathi Hain Na Ghode Hain,
Vahan Paidal Hi Jana Hai.
Na Beta Hai, Na Beti Hai,
Yahan Par Kaun Tera Hai,
Ye Duniya Do Din Ka Mela,
Yahan Par ana Jana Hai.
Karo Chahe Lakh Chaturai
Usi Ghar Tumako Jana Hai,
Na Hathi Hain Na Ghode Hain,
Vahan Paidal Hi Jana Hai.
Bana Hai Kanch Ka Mandir,
Usi Mein Bhagavan Rahate Hain,
Vo Lekar Pain Aur Syahi,
Mukkadar Sabaka Likhate Hain.
Karo Chahe Lakh Chaturai
Usi Ghar Sabako Jana Hai.
Author - Saroj Jangir
इस ब्लॉग पर आप पायेंगे मधुर और सुन्दर भजनों का संग्रह । इस ब्लॉग का उद्देश्य आपको सुन्दर भजनों के बोल उपलब्ध करवाना है। आप इस ब्लॉग पर अपने पसंद के गायक और भजन केटेगरी के भजन खोज सकते हैं....अधिक पढ़ें। |