बिन पानी के नाव खे रहा है, बिन पानी के नाव खे रहा है, वो नसीबों से ज़्यादा दे रहा है।
भूखे उठते है पर, भूखे सोते नहीं, दुःख आते है हम पर तो रोते नहीं, भूखे उठते है पर, भूखे सोते नहीं, दुःख आते है हम पर, तो रोते नहीं, दिन रात खबर ले रहा है,
दिन रात खबर ले रहा है, वो नसीबों से ज़्यादा दे रहा है।
मेरा छोटा सा घर महलों का राजा है वो, मेरी औक़ात क्या महाराजा है वो, मेरा छोटा सा घर महलों का राजा है वो, मेरी औक़ात क्या महाराजा है वो, फिर भी साथ, मेरे रह रहा है, वो नसीबों से ज़्यादा दे रहा है।
Krishna Bhajan Lyrics Hindi,Raj Pareek Bhajan Lyrics Hindi
बनवारी दीवाने बड़े से बड़े इनके चरणों में कंकर के जैसे पड़े फिर भी अर्ज़ी मेरी सुन रहा है, वो नसीबों से ज़्यादा दे रहा है।
बिन पानी के नाव खे रहा है, बिन पानी के नाव खे रहा है, वो नसीबों से ज़्यादा दे रहा है।