बजरंग बाबा के भरोसे मैंने आज सागर में नैया लिरिक्स Bajrang Baba Ke Bharose Lyrics

बजरंग बाबा के भरोसे मैंने आज सागर में नैया  लिरिक्स Bajrang Baba Ke Bharose Lyrics Hanuman Bhajan by Renu Ji Club

ओ बजरंग बाबा के,
भरोसे मैंने आज,
सागर में नैया छोड़ दई,
ओ बजरंग बाबा के,
भरोसे मैंने आज,
सागर में नैया छोड़ दई।

काहे की तो नाव बनाई,
काहे की पतवार,
बाबा काहे की लगाई जंजीर,
सागर में नैया छोड़ दई,
ओ बजरंग बाबा के,
भरोसे मैंने आज,
सागर में नैया छोड़ दई।

पीतल की तो नाव बनाई,
चांदी की पतवार,
बाबा सोने की लगाई जंजीर,
सागर में नैया छोड़ दई,
ओ बजरंग बाबा केे,
भरोसे मैंने आज,
सागर में नैया छोड़ दई।

कौन हैं जामें बैठनहारो,
कौन हैं खेवनहार,
बाबा कौन लगावे बेड़ा पार,
सागर में नैया छोड़ दई,
ओ बजरंग बाबा केे,
भरोसे मैंने आज,
सागर में नैया छोड़ दई।

अरे राम सिया हैं बैठनहारे,
लक्ष्मण खेवनहार,
बाबा बजरंगी लगावे बेड़ा पार,
सागर में नैया छोड़ दई,
ओ बजरंग बाबा केे,
भरोसे मैंने आज,
सागर में नैया छोड़ दई।

ओ बजरंग बाबा के,
भरोसे मैंने आज,
सागर में नैया छोड़ दई,
ओ बजरंग बाबा के,
भरोसे मैंने आज,
सागर में नैया छोड़ दई।

भजन श्रेणी : हनुमान भजन (Hanuman Bhajan)


बजरंग बाबा के भरोसे किस किस ने अपनी नैया छोड़ दई ।#renuclub #hanumanjibhajan #superhitbhajan

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