भर लो झोलिया भजन लिरिक्स Bhar Lo Jholiya Lyrics, Mata Rani Bhajan by Narendra Chanchal Ji
जय हो,भर लो झोलिया,
मां भंडारे बैठी खोल के,
भर लो झोलिया,
सारे जय माता की बोल के,
भर लो झोलिया,
दाती हो गयी दयाल है,
भर लो झोलिया,
मां को सब का ख्याल है,
भर लो झोलिया,
भर लो झोलिया,
भर लो झोलिया।
मोती सुखों के मां बांटती,
भर लो झोलिया,
हिरे कंकड़ो से छांटती,
भर लो झोलिया,
मां औलाद भी है देती,
भर लो झोलिया,
वो जायदाद भी है देती,
भर लो झोलिया,
भर लो झोलिया,
भर लो झोलिया।
सच्चे दरबार आ के,
भर लो झोलिया,
शीश चरणों पे झुका के,
भर लो झोलिया,
वो बिनती भावना से करके,
वो गंगा नाम वाली तरके,
भर लो झोलिया,
भर लो झोलिया,
भर लो झोलिया।
यहा जिसने अलग जगाई,
उसे हरि की नेहमत पाई,
मैया उसकी बनी सहायी,
मां अंगदन देने,
जय हो,
मां अंगदन देने वाली है,
मां भक्तों की रखवाली है,
भर लो झोलिया,
भर लो झोलिया,
सारे भर लो झोलिया।
जो जन आकर इसके द्वारे,
सच्चे मन से इसे पुकारे,
उसके होते वारे न्यारे,
कहते हैं अम्बर जय हो,
कहते हैं अम्बर और जमीन,
मेरी मां के जैसा कोई नहीं,
भर लो झोलिया,
भर लो झोलिया,
सारे भर लो झोलिया।
ये सोये भाग्य जगा देती,
कांटों को हंस बना देती,
भंवरो में नाव तैरा देती,
कुल सृष्टि की ये जय हो,
कुल सृष्टि की ये पालक है,
मां तीन लोक की मालक है,
भर लो झोलिया,
भर लो झोलिया
सारे भर लो झोलिया।
जय हो,
भर लो झोलिया,
मां भंडारे बैठी खोल के,
भर लो झोलिया,
ओ सारे,
जय माता की बोल के,
भर लो झोलिया,
ओ दाती हो गई दयाल है,
भर लो झोलिया,
ओ मां को सबका खयाल है,
भर लो झोलिया,
ओ भर लो झोलिया।
जय हो,
भर लो झोलिया,
मां भंडारे बैठी खोल के,
भर लो झोलिया,
सारे जय माता की बोल के,
भर लो झोलिया,
दाती हो गयी दयाल है,
भर लो झोलिया,
मां को सब का ख्याल है,
भर लो झोलिया,
भर लो झोलिया,
सारे भर लो झोलिया।
भजन श्रेणी : माता रानी भजन (Mata Rani Bhajan)