बाबा श्याम कृपा की दौलत, जय श्री श्याम, बाबा श्याम कृपा की दौलत, बांटने वाले है, खाटू में मंदिर के पट तो, फिर से खुलने वाले हैं, खाटू में मंदिर के पट तो, फिर से खुलने वाले हैं।
भक्तों पे सांवरा तो, रखता सदा नजर, भक्तों पे सांवरा तो, रखता सदा नजर, देता है प्रेमियों को, जीने की रह गुजर, देता है प्रेमियों को, जीने की रह गुजर, उसको भी इन्तजार है, भक्तों की भीड़ का, उसको भी इन्तजार है, भक्तों की भीड़ का, बाबा भी हो रहा है, मिलने को बेसबर, पट तो खुलने वाले हैं, पट तो खुलने वाले हैं।
बैचेनिया दिलों में है, दीदार के लिये, बैचेनियां दिलो में है, दीदार के लिये, व्याकुल हुए है भक्त, भी दरबार के लिये, खाटू में होगी फिर से, कदमों की आहटे, खाटू में होगी फिर से, कदमों की आहटे, बेताब हो रहा है दिल, सरकार के लिये, पट तो खुलने वाले हैं, पट तो खुलने वाले हैं।
ऐसा क्यों लग रहा है, बरसो हुये मिले, ऐसा क्यों लग रहा है, बरसो हुये मिले, चौखट को चूमे किस तरह, है बंद सिलसिले, चौखट को चूमे किस तरह, है बंद सिलसिले, सुनी पड़ी है खाटू की, गलियां भी देखिये, सुनी पड़ी है खाटू की, गलियां भी देखिये, भक्तों के दिल में आस्था के, गुल खिले खिले, पट तो खुलने वाले हैं, पट तो खुलने वाले हैं।
बाबा से भक्तों का, है नाता जुड़ा हुआ, बाबा से भक्तों का, है नाता जुड़ा हुआ, बाबा से कोई प्रेमी, कब है जुदा हुआ, बाबा से कोई प्रेमी, कब है जुदा हुआ, भक्तों के दिल में चाहतें, हर पल बुलंद है, भक्तों के दिल में चाहतें, हर पल बुलंद है, बच्चो से बाप कोई भी, कब खफा हुआ, पट तो खुलने वाले हैं, पट तो खुलने वाले हैं।
कटता नहीं है दिन, कोई अब इन्तजार में, कटता नहीं है दिन, कोई अब इन्तजार में, ऐसे लुटे हुये है हम, बाबा के प्यार में, ऐसे लुटे हुये है हम, बाबा के प्यार में, ढूंढे कहा पे श्याम को, खाटू को छोड़ कर, ढूंढे कहा पे श्याम को, खाटू को छोड़ कर, कब होंगे हम खड़े वहां, लम्बी कतार में, पट तो खुलने वाले हैं, पट तो खुलने वाले हैं।
होता वही जो मेरे, बाबा की मर्जियां, हमको तो उनके दर पे, ही रखनी है अर्जियां, मिट जाएंगी उदासिया, फिर चेहरे खिलेंगे, मिट जाएंगी उदासिया, फिर चेहरे खिलेंगे, भक्तों की अर्जियों पे होंगी, उनकी मर्जियां, पट तो खुलने वाले हैं, पट तो खुलने वाले हैं।
भक्तों के दिल में श्याम की, सूरत समायी है, भक्तों के दिल में श्याम की, सूरत समायी है, अब तो नहीं बर्दास्त, ये होती जुदाई है, अब तो नहीं बर्दास्त, ये होती जुदाई है, हमको भरोसा सांवरा, जल्दी बुलायेगा, हमको भरोसा सांवरा, जल्दी बुलायेगा, चौखानी प्रेम मिलने की, अब देता दुहाई है, पट तो खुलने वाले हैं, पट तो खुलने वाले हैं।
बाबा श्याम कृपा की दौलत, बांटने वाले है, खाटू में मंदिर के पट तो, फिर से खुलने वाले हैं, खाटू में मंदिर के पट तो, फिर से खुलने वाले हैं।