कोई कहते दुखी हो लिए, कही पे विपदा भरी है, पर वो सोते खूटी ताणे, जिनकी श्याम से यारी है।
इस खाटू वाले ते, कैसी होगी यारी रै, और कित्ते जी लगता कोन्या, कैसी छायी खुमारी रे, इस खाटू वाले ते,
कैसी होगी यारी रै।
आवे कोई सर पे विपदा, यो ही टाले हैं, जद जद मेरा जी घबरावे, यो ही संभाले है, दुनिया के माँ कोई ना अपना, बात समझ में आयी रे, इस खाटू वाले ते, कैसी होगी यारी रै।
Khatu Shyam Ji Bhajan Lyrics in Hindi
इसके होते लाचारी में, क्यों घबराऊ मैं, सर पर मेरे मोर छड़ी और, मौज उड़ाउँ मैं, और किसी ते मागण दे ना, ऐसी है दातारी रे, इस खाटू वाले ते, कैसी होगी यारी रै।
इसकी चौखट से मीतू ने, इतना पाया है, कृपा इसकी सोच सोच के, दिल भर आया है, न्यू ही तो ना इसकी महिमा, दुनिया गा रही है, इस खाटू वाले ते, कैसी होगी यारी रै।