मैं बैठ जहाज में आई मेरी साड़ी का रंग लाल सै Meri Sadi Ka Rang Laal Mata Rani Bhajan
मैं बैठ जहाज में आई,
मेरी साड़ी का रंग लाल सै, मैं बैठ जहाज में आई, मेरी साड़ी का रंग लाल सै, मेरी सासू तारण आई, के बहु तो शेर जवान सै।
बहू सहज सहज डंग धरिये, म्हारी ऊंची नीची गाल सै, बैठण ने पीढ़ा घाल्या, थाली में टीकड़ चार सै, सासु टीकड़ क्यूं कर खाऊं, मने फुल्के खान की बाण सै, मैं बैठ जहाज में आई, मेरी साड़ी का रंग लाल सै।
Durga Mata Bhajan Lyrics Hindi,Mata Rani Bhajan lyrics in hindi,Navratra Navratri Mata Bhajan Lyrics
बहू बख्ते उठ के पीस ले, म्हारे जमीदारे का काम सै, सासु पिस्या कोनी जाव, चाक्की का भारया पाट सै, बहू बांदी क्यों ना लाई, तेरा बाबुल साहूकार सै, मैं बैठ जहाज में आई, मेरी साड़ी का रंग लाल सै।
मेरा बडला बीर पटवारी,
छोटला तो थानेदार सै, सासु बांदी चार ले आऊं, तेरा बेटा असल गंवार सै, मैं बैठ जहाज में आई, मेरी साड़ी का रंग लाल सै।
मैं बैठ जहाज में आई, मेरी साड़ी का रंग लाल सै, मैं बैठ जहाज में आई, मेरी साड़ी का रंग लाल सै, मेरी सासू तारण आई, के बहु तो शेर जवान सै।
हरियाणवी गीत | मैं बैठ जहाज में आई मेरी साड़ी का रंग लाल सै | Haryanvi Geet | Meenakshi Mukesh
Author - Saroj Jangir
इस ब्लॉग पर आप पायेंगे मधुर और सुन्दर भजनों का संग्रह । इस ब्लॉग का उद्देश्य आपको सुन्दर भजनों के बोल उपलब्ध करवाना है। आप इस ब्लॉग पर अपने पसंद के गायक और भजन केटेगरी के भजन खोज सकते हैं....अधिक पढ़ें।