राधा रमण गोविंद माधव श्री कृष्ण कष्ट

राधा रमण गोविंद माधव श्री कृष्ण कष्ट निकंदनम

राधा रमण गोविंद माधव,
श्री कृष्ण कष्ट निकंदनम,
भजन दीनबंधु गोपाल गिरिधर,
कृष्ण कष्ट निकंदनम,
कृष्णा कृष्णा हरे कृष्णा,
कृष्णा कृष्णा हरे कृष्णा।

जग का पालक भव से तारक,
अविनाशी हरी अंशी है,
सर मुकुट गल वैजयंती अधरन,
सोहे सुंदर बंसी है,
कृष्णा कृष्णा हरे कृष्णा,
कृष्णा कृष्णा हरे कृष्णा।

काली कमली कर लकुटिया,
पग पग पैजनिया श्याम के,
नव गगन जल मेरु सुमेरु,
पदचाप सुनते कृष्ण के,
कृष्णा कृष्णा हरे कृष्णा,
कृष्णा कृष्णा हरे कृष्णा।

काली मर्दन वासु नंदन,
कोटि कोटि है नमन,
बांके बिहारी,
कदम की डाली,
अर्चना करें हैं सुमन,
कृष्णा कृष्णा हरे कृष्णा,
कृष्णा कृष्णा हरे कृष्णा।

क्षीरसागर शेष शैया,
लक्ष्मी श्री नारायणी,
नर बने हरि द्वापरे,
निज नाम राधा कृष्ण धरि,
कृष्णा कृष्णा हरे कृष्णा,
कृष्णा कृष्णा हरे कृष्णा।

राधा रमण गोविंद माधव,
श्री कृष्ण कष्ट निकंदनम,
भजन दीनबंधु गोपाल गिरिधर,
कृष्ण कष्ट निकंदनम,
कृष्णा कृष्णा हरे कृष्णा,
कृष्णा कृष्णा हरे कृष्णा।

कृष्णा कृष्णा हरे कृष्णा,
कृष्णा कृष्णा हरे कृष्णा।

भजन श्रेणी : कृष्ण भजन (Krishna Bhajan)

भजन श्रेणी : खाटू श्याम जी भजन (Khatu Shyam Ji Bhajan)


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