रोम रोम में राम समाया भजन लिरिक्स Rom Rom Me Ram Samaya Lyrics, Shri Ram Bhajan by Singer ▹Kajal Malik
मेरे मन में भी राम,मेरे तन में भी राम,
रोम रोम में राम समाया,
राम कैसी है ये तेरी माया,
मेरे मन में भी राम,
मेरे तन में भी राम,
रोम रोम में राम समाया,
राम कैसी है ये तेरी माया।
देखो धरती में भी राम,
आकाश में भी राम,
जर्रे जर्रे में राम समाया,
राम कैसी है ये तेरी माया,
मेरे मन में भी राम,
मेरे तन में भी राम,
रोम रोम में राम समाया,
राम कैसी है ये तेरी माया।
देखो पत्तों में भी राम,
है डाली में भी राम,
सारे फूलों में राम समाया,
राम कैसी है ये तेरी माया,
मेरे मन में भी राम,
मेरे तन में भी राम,
रोम रोम में राम समाया,
राम कैसी है ये तेरी माया।
देखो चंदा में भी राम,
देखो सुरज में भी राम,
तारे तारे में राम समाया,
राम कैसी है ये तेरी माया,
मेरे मन में भी राम,
मेरे तन में भी राम,
रोम रोम में राम समाया,
राम कैसी है ये तेरी माया।
देखो ढोलक में भी राम,
देखो चिमटे में भी राम,
सारे भक्तों में राम समाया,
राम कैसी है ये तेरी माया,
मेरे मन में भी राम,
मेरे तन में भी राम,
रोम रोम में राम समाया,
राम कैसी है ये तेरी माया।
मेरे मन में भी राम,
मेरे तन में भी राम,
रोम रोम में राम समाया,
राम कैसी है ये तेरी माया,
मेरे मन में भी राम,
मेरे तन में भी राम,
रोम रोम में राम समाया,
राम कैसी है ये तेरी माया।
भजन श्रेणी : हनुमान भजन (Hanuman Bhajan)