सुपना में दिख्यो रे म्हाने श्याम धणी दातार
सुपना में दिख्यो रे म्हाने श्याम धणी दातार
सुपना में दिख्यो रे म्हाने,
श्याम धणी दातार,
हाथ फेर कर सर पे बोल्यो,
बाबो लखदातार,
बावला क्यूं घबरावे रे,
संकट का बादल जीवन में,
आवे जावे रे,
नैन क्यूं नीर बहावे रे,
तेरे साथ मैं खड्यो बावला,
क्यूं घबरावे रे।
मोर छड़ी हाथा मे,
सोहनो बागो घेर घुमेर,
हँस के गले लगायो बाबो,
जाने कितनी देर,
मेरो हिवड़ो हर्षावे रे,
केसर की बा महक आज भी,
जियो लुभावे रे,
बात भूली ना जावे रे,
तेरे साथ मैं खड्यो बावला,
क्यूं घबरावे रे।
म्हारो बाबो म्हाने,
मायड़ बाबुल की जैया राखे सा,
आधी रातां में आवे,
संभाले सा,
म्हारो बाबो म्हाने,
मायड़ बाबुल की जैया पाले सा,
आधी रातां में आवे,
संभाले सा।
ओ जगमग जोत जगावां,
ओ जगमग जोत जगावां,
ओ मीठा भजन सुनावां,
ओ मीठा भजन सुनावां,
आजा रे क्यूं तरसावे रे,
ओ सांवरा,
टाबरिया आज बुलावे रे,
ओ सांवरा,
मन की बातां सांवरिये ने,
आज सुना कर देख ले,
ओ सुनसी सुनसी सांवरियो,
ओ टेर लगाकर देख ले।
सुपना में दिख्यो रे म्हाने,
श्याम धणी दातार,
हाथ फेर कर सर पे बोल्यो,
बाबो लखदातार,
बावला क्यूं घबरावे रे,
संकट का बादल जीवन में,
आवे जावे रे,
नैन क्यूं नीर बहावे रे,
तेरे साथ मैं खड्यो बावला,
क्यूं घबरावे रे।
श्याम धणी दातार,
हाथ फेर कर सर पे बोल्यो,
बाबो लखदातार,
बावला क्यूं घबरावे रे,
संकट का बादल जीवन में,
आवे जावे रे,
नैन क्यूं नीर बहावे रे,
तेरे साथ मैं खड्यो बावला,
क्यूं घबरावे रे।
मोर छड़ी हाथा मे,
सोहनो बागो घेर घुमेर,
हँस के गले लगायो बाबो,
जाने कितनी देर,
मेरो हिवड़ो हर्षावे रे,
केसर की बा महक आज भी,
जियो लुभावे रे,
बात भूली ना जावे रे,
तेरे साथ मैं खड्यो बावला,
क्यूं घबरावे रे।
म्हारो बाबो म्हाने,
मायड़ बाबुल की जैया राखे सा,
आधी रातां में आवे,
संभाले सा,
म्हारो बाबो म्हाने,
मायड़ बाबुल की जैया पाले सा,
आधी रातां में आवे,
संभाले सा।
ओ जगमग जोत जगावां,
ओ जगमग जोत जगावां,
ओ मीठा भजन सुनावां,
ओ मीठा भजन सुनावां,
आजा रे क्यूं तरसावे रे,
ओ सांवरा,
टाबरिया आज बुलावे रे,
ओ सांवरा,
मन की बातां सांवरिये ने,
आज सुना कर देख ले,
ओ सुनसी सुनसी सांवरियो,
ओ टेर लगाकर देख ले।
सुपना में दिख्यो रे म्हाने,
श्याम धणी दातार,
हाथ फेर कर सर पे बोल्यो,
बाबो लखदातार,
बावला क्यूं घबरावे रे,
संकट का बादल जीवन में,
आवे जावे रे,
नैन क्यूं नीर बहावे रे,
तेरे साथ मैं खड्यो बावला,
क्यूं घबरावे रे।
भजन श्रेणी : कृष्ण भजन (Krishna Bhajan)
भजन श्रेणी : खाटू श्याम जी भजन (Khatu Shyam Ji Bhajan)
हाथ फेर कर सिर पर बोल्यो - बाबा लखदातार || Uma Lahari ji | 4K UHD