अंजनी के पुत्र पवन सूत ने कोई दई है

अंजनी के पुत्र पवन सूत ने कोई दई है अंगूठी

अंजनी के पुत्र पवन सूत ने,
कोई दई है अंगूठी डार,
बालाजी कोई दई है अंगूठी डार,
अंजनी के पुत्र पवन सूत ने,
कोई दई है अंगूठी डार,
बालाजी कोई दई है अंगूठी डार।

पेड़ के नीचे सीता बैठी,
मुंदरी देख घबराई,
यह मुंदरी मेरे श्रीराम की,
किसने यहां पहुंचाई,
कोई दई है अंगूठी डार,
बालाजी कोई दई है अंगूठी डार,
अंजनी के पुत्र पवन सूत ने,
कोई दई है अंगूठी डार,
बालाजी कोई दई है अंगूठी डार।

दिल घबरानी मत करो माता,
हम ही अंगूठी लाये,
कूद फांद लंका में आये,
हम ऐसे बलवान,
कोई दई है अंगूठी डार,
बालाजी कोई दई है अंगूठी डार,
अंजनी के पुत्र पवन सूत ने,
कोई दई है अंगूठी डार,
बालाजी कोई दई है अंगूठी डार।

हमको भूख लगी है माता,
क्या कुछ वन में खाये,
कंदमूल फल खाकर हनुमत,
अपनी भूख मिटाये,
कोई दई है अंगूठी डार,
बालाजी कोई दई है अंगूठी डार,
अंजनी के पुत्र पवन सूत ने,
कोई दई है अंगूठी डार,
बालाजी कोई दई है अंगूठी डार।

फल खाये कुछ बाग उजाड़े,
बहुत किया नुकसान,
बीन बाण के योद्धा,
मारे दीना अक्षय कुमार,
कोई दई है अंगूठे डार,
बालाजी कोई दई है अंगूठी डार,
अंजनी के पुत्र पवन सूत ने,
कोई दई है अंगूठी डार,
बालाजी कोई दई है अंगूठी डार।

भरी सभा में हनुमत ने,
रावण को दिया ललकार,
पूंछ में बांकी आग लगाई,
दीनी लंका जलाये,
कोई दई है अगुढी डार,
बालाजी कोई दई है अंगूठी डार,
अंजनी के पुत्र पवन सूत ने,
कोई दई है अंगूठी डार,
बालाजी कोई दई है अंगूठी डार।

अंजनी के पुत्र पवन सूत ने,
कोई दई है अंगूठी डार,
बालाजी कोई दई है अंगूठी डार,
अंजनी के पुत्र पवन सूत ने,
कोई दई है अंगूठी डार,
बालाजी कोई दई है अंगूठी डार।


भजन श्रेणी : हनुमान भजन (Hanuman Bhajan)




ANJANI KE PUTRA PAWANSUT NE DINI ANGOOTHI DAR

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