अपनी मम्मी को समझा लो, राजा मैं तो हो गई तंग, अपनी मम्मी को समझा लो, राजा मैं तो हो गई तंग, नहीं किसी दिन हो जायेगी, उनसे मेरी जंग, नहीं किसी दिन हो जायेगी, उनसे मेरी जंग, अपनी मम्मी को समझा लो, राजा मैं तो हो गई तंग।
जब तुम होते घर में, राजा मीठी मीठी बोले, जब जाते हो ऑफिस, राजा तब दिखलाती रंग, अपनी मम्मी को समझा लो, राजा मैं तो हो गई तंग।
तुमसे तो वह कुछ नहीं बोले, मुझ पर हुकुम चलावे, बोले ऐसी लागे जैसे, बिच्छू मारे डंक,
घर का काम करूंगी सारा, ताने नहीं सुनूंगी, वरना न्यारी हो जाऊंगी, नहीं रहूंगी संग, अपनी मम्मी को समझा लो, राजा मैं तो हो गई तंग।
अपनी मम्मी को समझा लो,
राजा मैं तो हो गई तंग, अपनी मम्मी को समझा लो, राजा मैं तो हो गई तंग, नहीं किसी दिन हो जायेगी, उनसे मेरी जंग, नहीं किसी दिन हो जायेगी, उनसे मेरी जंग, अपनी मम्मी को समझा लो, राजा मैं तो हो गई तंग।