दुनिया दीवानी है, तेरी दुनिया दीवानी है, बजरंगी तेरी शक्ति की, दुनिया दीवानी है, दुनिया दीवानी है, तेरी दुनिया दीवानी है, बजरंगी तेरी शक्ति की, दुनिया दीवानी है।
बालपन में सूर्या देव को, मुख में दुबकाया, मचा जगत में शोर भोर, जब अंधियारा छाया, बालपन में सूर्या देव को,
मुख में दुबकाया, मचा जगत में शोर भोर, जब अंधियारा छाया, देवों ने किया गुणगान, अंजनी सूत वरदानी है, बजरंगी तेरी शक्ति की, दुनिया दीवानी है, दुनिया दीवानी है, तेरी दुनिया दीवानी है, बजरंगी तेरी शक्ति की, दुनिया दीवानी है।
लंका नगरी को फूंक दिये, रावण घबराए थे, नहीं बल का पाया पार, हार रावण ने मानी थी, बजरंगी तेरी शक्ति की, दुनिया दीवानी है, दुनिया दीवानी है, तेरी दुनिया दीवानी है, बजरंगी तेरी शक्ति की, दुनिया दीवानी है।
जब भूमी पे हैं पाप बढ़े, तब तब ये आते हैं, जपते हैं नाम हरी का जो,
उन्हें पार लगाते हैं, मेरी डूब रही है नैया, अब तो पार लगानी है, बजरंगी तेरी शक्ति की, दुनिया दीवानी है, दुनिया दीवानी है, तेरी दुनिया दीवानी है, बजरंगी तेरी शक्ति की, दुनिया दीवानी है।
दुनिया दीवानी है, तेरी दुनिया दीवानी है, बजरंगी तेरी शक्ति की, दुनिया दीवानी है, दुनिया दीवानी है, तेरी दुनिया दीवानी है, बजरंगी तेरी शक्ति की, दुनिया दीवानी है।