बक्श दे अपनी शरण फरियाद है लिरिक्स Baksh De Apni Sharan Lyrics

बक्श दे अपनी शरण फरियाद है लिरिक्स Baksh De Apni Sharan Lyrics, Krishna Bhajan

बक्श दे अपनी शरण,
फरियाद है फ़रियाद है
कैसे मैं आऊं सांवरे,
मैंने गुनाह इतने किये,
आई रही मुझको शर्म,
फरियाद है फ़रियाद है,
बक्श दे अपनी शरण,
फरियाद है फ़रियाद है।

तूने बक्शे है हज़ारो,
लाखो करोड़ो अन गिनत,
मुझे पे भी कर नजरे कर्म,
फरियाद है फ़रियाद है,
बक्श दे अपनी शरण,
फरियाद है फ़रियाद है।

जग की दल दल में फसा हूं,
कुछ तो तेरा भी फर्ज है,
आ निभा अपना कर्म,
फरियाद है फ़रियाद है,
बक्श दे अपनी शरण,
फरियाद है फ़रियाद है।

माँ के समां की है रोशन,
क्या करू तारीफ मैं,
होती है दिल की नरम,
फरियाद है फ़रियाद है,
बक्श दे अपनी शरण,
फरियाद है फ़रियाद है।
बक्श दे अपनी शरण,
फरियाद है फ़रियाद है
कैसे मैं आऊं सांवरे,
मैंने गुनाह इतने किये,
आई रही मुझको शर्म,
फरियाद है फ़रियाद है,
बक्श दे अपनी शरण,
फरियाद है फ़रियाद है।




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