बेर चुन खट्टे मीठे अज मां के भोग लिरिक्स Ber Chun Khatte Meethe Lyrics
बेर चुन खट्टे मीठे अज मां के भोग लिरिक्स Ber Chun Khatte Meethe Lyrics, Mata Rani Bhajan by Sarala Dahiya Ji
जंगलों में जा के,
बेर चुन चुन लाके,
खट्टे मीठे अज मां के,
माता नू भोग लगानी या,
माँ भाव के भूखी हैं,
और भाव ही चाहती हैं,
भक्तों के बुलाने से,
वो दौड़ी आती है।
मैया की बोलो जय जय माँ,
शेरावाली की बोलो जय जय मां,
मेरे माँ नू मना निया
जंगलों में जाकर,
बेर चुन चुन लाकर,
खट्टे मीठे अज मां के,
अपने मां ने भोग लगानि यां।
मन में है अभिलाषा,
तेरे प्रेम की प्यासी हूं,
मैया तू मेरी हैं मैं तेरी दासी हूं,
सत्कार करके जय जय माँ,
प्रणाम करके जय जय माँ,
माँ नू मनानीयां,
जंगलों में जाकर,
बेर चुन चुन कर,
खट्टे मीठे अज मां के,
अपने मां ने भोग लगानि यां।
मैया के आने से,
ज्योति जग जाती है,
मेरे मन की बगिया,
फिर खिल खिल जाती है,
फिर फूल लाके,
सोना हार बनाकर,
माँ नो पहनानीयां,
जंगलों में जाकर,
बेर चुन चुन कर,
खट्टे मीठे अज मां के,
अपने मां ने भोग लगानि यां।
आज धन्य घड़ी आई,
मेरे घर मैया आई हैं,
मेरी इस कुटिया के माँ,
भाग जगाये हैं
सोनी चौकी सजा के जय माँ,
माता नू बिठा के,
दर्शन पानी या,
जंगलों में जाकर,
बेर चुन चुन कर,
खट्टे मीठे अज मां के,
अपने मां ने भोग लगानि यां।
बेर चुन चुन लाके,
खट्टे मीठे अज मां के,
माता नू भोग लगानी या,
माँ भाव के भूखी हैं,
और भाव ही चाहती हैं,
भक्तों के बुलाने से,
वो दौड़ी आती है।
मैया की बोलो जय जय माँ,
शेरावाली की बोलो जय जय मां,
मेरे माँ नू मना निया
जंगलों में जाकर,
बेर चुन चुन लाकर,
खट्टे मीठे अज मां के,
अपने मां ने भोग लगानि यां।
मन में है अभिलाषा,
तेरे प्रेम की प्यासी हूं,
मैया तू मेरी हैं मैं तेरी दासी हूं,
सत्कार करके जय जय माँ,
प्रणाम करके जय जय माँ,
माँ नू मनानीयां,
जंगलों में जाकर,
बेर चुन चुन कर,
खट्टे मीठे अज मां के,
अपने मां ने भोग लगानि यां।
मैया के आने से,
ज्योति जग जाती है,
मेरे मन की बगिया,
फिर खिल खिल जाती है,
फिर फूल लाके,
सोना हार बनाकर,
माँ नो पहनानीयां,
जंगलों में जाकर,
बेर चुन चुन कर,
खट्टे मीठे अज मां के,
अपने मां ने भोग लगानि यां।
आज धन्य घड़ी आई,
मेरे घर मैया आई हैं,
मेरी इस कुटिया के माँ,
भाग जगाये हैं
सोनी चौकी सजा के जय माँ,
माता नू बिठा के,
दर्शन पानी या,
जंगलों में जाकर,
बेर चुन चुन कर,
खट्टे मीठे अज मां के,
अपने मां ने भोग लगानि यां।
भोग भजन जंगलों में जाके बेर चुन चुन लाके खट्टे मीठे अजमां के janglo main ja ke bair chun chun lake
गुरु मंडली भजन कीर्तन चैनल में आप सभी का स्वागत है
जंगलों में जा के बेर चुनचुन लाके खट्टे मीठे अजमा के
माता नू भोग लगानी या
माँ भाव के भूखी हैं और भाव ही चाहती हैं
भक्तों के बुलाने से वो दौड़ी आते हैं
मैया की बोलो जय जय माँ
शेरावाली की बोलो जय जय जय
मेरे माँ नू मना निया
जंगलों में जाकर बेर चुनचुन लाकर खट्टे मीठे अजमा के
अपने मां ने भोग लगाने
माता नू भोग लगानी या
माँ भाव के भूखी हैं और भाव ही चाहती हैं
भक्तों के बुलाने से वो दौड़ी आते हैं
मैया की बोलो जय जय माँ
शेरावाली की बोलो जय जय जय
मेरे माँ नू मना निया
जंगलों में जाकर बेर चुनचुन लाकर खट्टे मीठे अजमा के
अपने मां ने भोग लगाने