भावना की ज्योत को,
जगा के देखिये,
कि बोलती है मूर्ती,
बुला के देखिये,
सौ बार चाहे,
आजमा के देखिये,
कि बोलती है मूर्ती,
बुला के देखिये,
भावना की ज्योत को,
जगा के देखिये।
करोगे जो सवाल,
तो जवाब मिलेगा,
यहाँ पुण्य पाप का,
हिसाब मिलेगा,
भले बुरे सब की,
वो जानती हैं मां,
खरी खोटी सब की,
वो जानती है मां,
श्रद्धा से सर को,
झुका के देखिये,
कि बोलती है मूर्ती,
बुला के देखिये,
भावना की ज्योत को,
जगा के देखिये।
छाया में है छुपी,
वो बैठी है धूप में,
माँ का मिलता है दर्शन,
किसी भी रूप में,
होगा हर जगह पे,
विश्वास मैया का,
तेरे विश्वास में है,
वास मैया का,
जिस और नजरें,
घुमा के देखिये,
कि बोलती है मूर्ती,
बुला के देखिये,
भावना की ज्योत को,
जगा के देखिये।
मिटाकर तू खुदी,
माँ को धिया कर देख ले,
चली आएगी दौड़ी,
बुला के देख ले,
हो बनिये जब था,
बुलाया प्यार से,
मैया ने बचाया था,
मंझधार से,
हस्ती को अपनी,
मिटा के देखिये,
कि बोलती है मूर्ती,
बुला के देखिये,
भावना की ज्योत को,
जगा के देखिये।
भावना की ज्योत को,
जगा के देखिये,
कि बोलती है मूर्ती,
बुला के देखिये,
सौ बार चाहे,
आजमा के देखिये,
कि बोलती है मूर्ती,
बुला के देखिये,
भावना की ज्योत को,
जगा के देखिये।
जगा के देखिये,
कि बोलती है मूर्ती,
बुला के देखिये,
सौ बार चाहे,
आजमा के देखिये,
कि बोलती है मूर्ती,
बुला के देखिये,
भावना की ज्योत को,
जगा के देखिये।
करोगे जो सवाल,
तो जवाब मिलेगा,
यहाँ पुण्य पाप का,
हिसाब मिलेगा,
भले बुरे सब की,
वो जानती हैं मां,
खरी खोटी सब की,
वो जानती है मां,
श्रद्धा से सर को,
झुका के देखिये,
कि बोलती है मूर्ती,
बुला के देखिये,
भावना की ज्योत को,
जगा के देखिये।
छाया में है छुपी,
वो बैठी है धूप में,
माँ का मिलता है दर्शन,
किसी भी रूप में,
होगा हर जगह पे,
विश्वास मैया का,
तेरे विश्वास में है,
वास मैया का,
जिस और नजरें,
घुमा के देखिये,
कि बोलती है मूर्ती,
बुला के देखिये,
भावना की ज्योत को,
जगा के देखिये।
मिटाकर तू खुदी,
माँ को धिया कर देख ले,
चली आएगी दौड़ी,
बुला के देख ले,
हो बनिये जब था,
बुलाया प्यार से,
मैया ने बचाया था,
मंझधार से,
हस्ती को अपनी,
मिटा के देखिये,
कि बोलती है मूर्ती,
बुला के देखिये,
भावना की ज्योत को,
जगा के देखिये।
भावना की ज्योत को,
जगा के देखिये,
कि बोलती है मूर्ती,
बुला के देखिये,
सौ बार चाहे,
आजमा के देखिये,
कि बोलती है मूर्ती,
बुला के देखिये,
भावना की ज्योत को,
जगा के देखिये।
Bhajan || भावना की ज्योत को जला के || Bhawana Ki Jyot Ko Jala Ke By Maninder Ji
Singer : Maninder Ji
Place : Maa Vaishno Devi (Mata Vaishno Devi)
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