भोले बाबा ने पकड़ा हाथ भजन
भोले बाबा ने पकड़ा हाथ,
की रहता हर पल मेरे साथ,
aअकेला मत समझो,
अकेला मत समझों।
जबसे इसने अपनाया है,
जीने का ढ़ंग सिखलाया है,
मन में रहता उत्साह,
नहीं अब सुख दुख की परवाह,
अकेला मत समझो,
अकेला मत समझों।
मैं जग में निर्भय घूम रहा,
इसकी मस्ती में झूम रहा,
इसने बदली तक़दीर,
मिटाके हर मुश्किल गंभीर,
अकेला मत समझो,
अकेला मत समझों।
मिलते है इसके दीवाने,
कुछ जाने और कुछ अंजाने,
उनसे मिलता जो प्यार,
क्या देगा कोई रिश्तेदार,
अकेला मत समझो,
अकेला मत समझों।
ये प्यार बहुत ही करता है,
और भाव हृदय में भरता है,
'बिन्नू'का ये मनमीत,
झुमके गाऊं इसके गीत,
अकेला मत समझो,
अकेला मत समझों।
भोले बाबा ने पकड़ा हाथ,
की रहता हर पल मेरे साथ,
अकेला मत समझो,
अकेला मत समझों।
भोले बाबा ने पकड़ा हाथ | Bhole Baba Ne Pakda Haath | Upasana Mehta Bhajan | Shiv Ji Ke Bhajan |
⭐Song : Bhole Baba Ne Pakda Haath
⭐Singer : Upasana Mehta
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