जिसका आदि ना अंत कोई, जिससे है बड़ा ना संत कोई, जिसको कहते कैलाशी है, जिसके चरणों में काशी है, जीवन उस को सौंप दिया तो, फिर है क्या मरना, महाकाल ने थामा हाथ है तो,
फिर काल से क्या डरना।
खुश हो जाये जो भोले, तो मन के आस पुराते हैं, क्रोध जो आ जाए उनको, फिर प्रलय रूप दिखलाते हैं, छोड़ दिया सब उसके ऊपर, खुद है क्या करना, महाकाल ने थामा हाथ है तो, फिर काल से क्या डरना।
Shiv Bhajan Lyrics in Hindi
डम डम डमरू वाले शंकर, को बस ध्यान लगाना है, दुनिया के सुख माया छोड़ के, बस भोले को पाना है, चरणों के नीचे उनके, बस है हरदम रहना, महाकाल ने थामा हाथ है तो, फिर काल से क्या डरना।
जिसका आदि ना अंत कोई, जिससे है बड़ा ना संत कोई, जिसको कहते कैलाशी है, जिसके चरणों में काशी है, जीवन उस को सौंप दिया तो, फिर है क्या मरना, महाकाल ने थामा हाथ है तो, फिर काल से क्या डरना।
सुबह की शुरुआत करे शिव शंकर के इस शुभ भजन के साथ - Jiska Aadi Na Ant - Bhakti Geet
Song - Jiska aadi na ant Singer - Gautam Birade Lyrics - Pankaj Maurya Composer - B k Singh Music - Ritesh darpan/ Rahul Mehra