चूरू नगरीया देखो छाई है खुशिया भारी
चूरू नगरीया देखो छाई है खुशिया भारी Churu Nagariya Dekho Chhai Hain Khushiya Bhari
चूरू नगरीया देखो,छाई है खुशिया भारी,
जन्म लिया श्री बाबोसा ने,
झूमे नर ओर नारी,
पन्ना नाम धराया हो,
पन्ना नाम धराया,
वो लागे बड़ा प्यारा,
ढोल बजाओ,
बजाओ नगाड़ा।
माघ शुक्ल पंचमी की,
मंगल घड़ियां आई,
माँ छगनी के आंगनिये में,
गुंज रही शहनाई,
पलने में वो झुले ललना हो,
पलने में वो झुले ललना,
घेवरचंद का दुलारा,
ढोल बजाओ,
बजाओ नगाड़ा।
चंदा जैसा मुखड़ा,
देखो गोरे गोरे गाल है,
छोटे छोटे हाथ ये,
प्यारे घुंघर वाले बाल,
सूरज सम है तेज इनका हो,
सूरज सम है तेज इनका,
चमके ज्यो नभ तारा,
ढोल बजाओ,
बजाओ नगाड़ा।
धरती झूमे अम्बर झूमें,
झूमे दसों दिसाये,
महाबली हनुमान जिसपे,
अपनी कृपा बरसाये,
दिल मे बिठाके तुझको हो,
दिल मे बिठाके तुझको,
दिलबर बोल रहे जयकारा,
ढोल बजाओ,
बजाओ नगाड़ा।
चूरू नगरीया देखो,
छाई है खुशिया भारी,
जन्म लिया श्री बाबोसा ने,
झूमे नर ओर नारी,
पन्ना नाम धराया हो,
पन्ना नाम धराया,
वो लागे बड़ा प्यारा,
ढोल बजाओ,
बजाओ नगाड़ा।
जन्म लिया श्री बाबोसा ने,
झूमे नर ओर नारी,
पन्ना नाम धराया हो,
पन्ना नाम धराया,
वो लागे बड़ा प्यारा,
ढोल बजाओ,
बजाओ नगाड़ा।
माघ शुक्ल पंचमी की,
मंगल घड़ियां आई,
माँ छगनी के आंगनिये में,
गुंज रही शहनाई,
पलने में वो झुले ललना हो,
पलने में वो झुले ललना,
घेवरचंद का दुलारा,
ढोल बजाओ,
बजाओ नगाड़ा।
चंदा जैसा मुखड़ा,
देखो गोरे गोरे गाल है,
छोटे छोटे हाथ ये,
प्यारे घुंघर वाले बाल,
सूरज सम है तेज इनका हो,
सूरज सम है तेज इनका,
चमके ज्यो नभ तारा,
ढोल बजाओ,
बजाओ नगाड़ा।
धरती झूमे अम्बर झूमें,
झूमे दसों दिसाये,
महाबली हनुमान जिसपे,
अपनी कृपा बरसाये,
दिल मे बिठाके तुझको हो,
दिल मे बिठाके तुझको,
दिलबर बोल रहे जयकारा,
ढोल बजाओ,
बजाओ नगाड़ा।
चूरू नगरीया देखो,
छाई है खुशिया भारी,
जन्म लिया श्री बाबोसा ने,
झूमे नर ओर नारी,
पन्ना नाम धराया हो,
पन्ना नाम धराया,
वो लागे बड़ा प्यारा,
ढोल बजाओ,
बजाओ नगाड़ा।
चूरू नगरीया देखो,
छाई है खुशिया भारी,
जन्म लिया श्री बाबोसा ने,
झूमे नर ओर नारी,
ढोल बजाओ # babosa new bhjan 2023
चूरू नगरी में खुशियों का मेला सजा है, जहाँ श्री बाबोसा के जन्म से हर नर-नारी का मन झूम उठा है। पन्ना नाम का यह बालक इतना प्यारा है कि ढोल-नगाड़ों की गूंज के साथ उत्सव मनाया जा रहा है। माघ शुक्ल पंचमी की मंगल घड़ी में माँ छगनी के आँगन में शहनाई बज रही है, और घेवरचंद का दुलारा पालने में झूल रहा है। उसका चाँद-सा मुखड़ा, गोरे गाल, घुंघराले बाल और सूरज जैसा तेज नभ में तारे-सा चमकता है। धरती-आकाश और दसों दिशाएँ इस खुशी में झूम रही हैं, क्योंकि महाबली हनुमान की कृपा इस बालक पर बरस रही है। भक्तों के दिल में बाबोसा को बिठाकर जयकारे गूँज रहे हैं। यह सुंदर भजन उस आनंद और भक्ति को दर्शाता है, जो श्री बाबोसा के जन्म से चूरू में फैली खुशी और हनुमान जी की कृपा से जीवन को उज्ज्वल बनाता है।
Title : ढोल बजाओ
Singer : नम्रता करवा कोठारी
Music : श्री हर्ष जी व्यास
Lyricist : दिलीपसिंह सिसोदिया " दिलबर "
Singer : नम्रता करवा कोठारी
Music : श्री हर्ष जी व्यास
Lyricist : दिलीपसिंह सिसोदिया " दिलबर "
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Author - Saroj Jangir
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