दर पर तुम्हारे आया ठुकराओ या उठा लो लिरिक्स Dar Pe Tumhare Aaya Lyrics

दर पर तुम्हारे आया ठुकराओ या उठा लो लिरिक्स Dar Pe Tumhare Aaya Lyrics, Mata Rani Bhajan by Suresh Ji

दर पर तुम्हारे आया,
ठुकराओ या उठा लो,
दर पर तुम्हारे आया,
ठुकराओ या उठा लो,
करुणा की सिंधु मैया,
अपनी बिरद बचा लो,
करुणा की सिंधु मैया,
अपनी बिरद बचा लो,
दर पर तुम्हारे आया,
ठुकराओ या उठा लो,
दर पर तुम्हारे आया,
ठुकराओ या उठा लो।

श्रीधर या ध्यानु जैसा,
पाया हृदय ना मैंने,
जो है दिया तुम्हारा,
लो अब इसे सम्भालो,
दर पर तुम्हारे आया,
ठुकराओ या उठा लो,
दर पर तुम्हारे आया,
ठुकराओ या उठा लो।

दिन रात अपना अपना,
करके बहुत फंसाया,
कोई हुआ ना अपना,
अब अपना मुझे बना लो,
दर पर तुम्हारे आया,
ठुकराओ या उठा लो,
दर पर तुम्हारे आया,
ठुकराओ या उठा लो।

दोषी हूँ मैं या सारा,
ये खेल तुम्हारा,
जो हूँ समर्थ हो तुम,
चाहे गजब जुठालो,
दर पर तुम्हारे आया,
ठुकराओ या उठा लो,
दर पर तुम्हारे आया,
ठुकराओ या उठा लो।

बस याद अपनी देदो,
सब कुछ भले ही ले लो,
विषमय करील पर अब,
करुणा की दृष्टि डालो,
दर पर तुम्हारे आया,
ठुकराओ या उठा लो,
दर पर तुम्हारे आया,
ठुकराओ या उठा लो।


भजन श्रेणी : माता रानी भजन (Mata Rani Bhajan)


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