दरबार श्याम के आजा लिरिक्स Darbar Shyam Ke Aaja Lyrics
दरबार श्याम के आजा लिरिक्स Darbar Shyam Ke Aaja Lyrics, Krishna Bhajan Darbar Shyam Ke Aa Ja Ardas Tu Apni Suna Ja
दरबार श्याम के आजा,
अरदास तू अपनी सुनाजा,
दुनिया वाले तो वक्त पे,
पीठ दिखाते है,
मुश्किल घड़ियों में,
श्याम ही साथ निभाते है।
सब सरकार से ऊँची,
सरकारी श्याम की,
सब दरबार से ऊँची,
दरबारी श्याम की,
राजा हो या रंक वो,
शीश झुकाते है,
मुश्किल घड़ियों में,
श्याम ही साथ निभाते है।
श्याम सा ना कोई प्यारा,
पुरे संसार में,
सब कुछ मिल जाता है,
इनके ही प्यार में,
वो जीत के लौटे हार के,
दर जो आते है,
मुश्किल घड़ियों में,
श्याम ही साथ निभाते है।
हाथों देते पर्चा तू,
आके देखले,
हो ना भरोसा गोलू,
अजमाके देखले,
जो ईक बार आये वो,
इनके हो जाते है,
मुश्किल घड़ियों में,
श्याम ही साथ निभाते है।
अरदास तू अपनी सुनाजा,
दुनिया वाले तो वक्त पे,
पीठ दिखाते है,
मुश्किल घड़ियों में,
श्याम ही साथ निभाते है।
सब सरकार से ऊँची,
सरकारी श्याम की,
सब दरबार से ऊँची,
दरबारी श्याम की,
राजा हो या रंक वो,
शीश झुकाते है,
मुश्किल घड़ियों में,
श्याम ही साथ निभाते है।
श्याम सा ना कोई प्यारा,
पुरे संसार में,
सब कुछ मिल जाता है,
इनके ही प्यार में,
वो जीत के लौटे हार के,
दर जो आते है,
मुश्किल घड़ियों में,
श्याम ही साथ निभाते है।
हाथों देते पर्चा तू,
आके देखले,
हो ना भरोसा गोलू,
अजमाके देखले,
जो ईक बार आये वो,
इनके हो जाते है,
मुश्किल घड़ियों में,
श्याम ही साथ निभाते है।
दरबार श्याम के आजा Bhajan - Shyam Singh Chouhan Khatu | New Shyam Bhajan - Darbaar Shyam ke Aaja
लेखक एवम मार्गदर्शक - श्यामलींन भक्त शिरोमणि महंत श्री आलूसिंह जी महाराज