दुनिया में चलती देखी हैं, दुनिया में चलती देखी हैं, मैंने दो सरकार हैं, एक है खाटू वाला, दूजा मेहंदीपुर द्वार है, दुनिया में चलती देखी हैं, दुनिया में चलती देखी हैं, मैंने दो सरकार हैं, एक है खाटू वाला, दूजा मेहंदीपुर द्वार है।
एक राम दुलारा, एक श्याम का प्यारा, दोनों का रूप है, देखो जग में न्यारा, एक बाण तीन से, दुनिया को हिलाये, एक की गदा से, दुनिया थर्राये, दोनों की शक्ति के आगे, ना पाये कोई पार है, एक है खाटू वाला, दूजा मेहंदीपुर द्वार है।
बल की कोई कमी ना सीमा, ऐसे हैं बलधारी, भूत प्रेत सब थर थर कांपे, ऐसे हैं बलधारी, बल की कोई कमी ना सीमा, ऐसे हैं बलधारी, भूत प्रेत सब थर थर कांपे, ऐसे हैं बलधारी, सोने की लंका को, स्वयं जलाने वाले हैं, मेरे बालाजी सरकार के तो, रंग निराले हैं, मेरे बालाजी सरकार के तो, रंग निराले हैं।
दुनिया में चलती देखी हैं, दुनिया में चलती देखी हैं, मैंने दो सरकार हैं, एक है खाटू वाला, दूजा मेहंदीपुर द्वार है, दुनिया में चलती देखी हैं, दुनिया में चलती देखी हैं, मैंने दो सरकार हैं, एक है खाटू वाला, दूजा मेहंदीपुर द्वार है।
एक है खाटू वाला दूजा मेहंदीपुर
एक है खाटू वाला दूजा मेहंदीपुर द्वार है ANJALI DWIVEDI JI आपको ये पोस्ट पसंद आ सकती हैं