राम का दरबार मन की शांति का द्वार लिरिक्स Ram Ka Darbar Bhajan Lyrics, Shri Ram Bhajan by Singer : Jaykishan Rawat
राम का दरबार,मन की शांति का द्वार,
राम का दरबार,
मन की शांति का द्वार,
राम का दरबार,
मन की शांति का द्वार,
राम का दरबार,
मन की शांति का द्वार।
ॐ शन्ति ,मन की शान्ति,
तन की शान्ति, क्रोध शान्ति,
जब सब शांति,
तव राम करे उद्धार,
राम का दरबार,
मन की शांति का द्वार,
राम का दरबार,
मन की शांति का द्वार।
जब मन शून्य में,
चला जाता हैं,
जब मन शून्य में,
चला जाता हैं,
तव आत्मा और मन,
परम सुख पाता है,
तव आत्मा और मन,
परम सुख पाता है,
आत्मा परमात्मा है,
राम की अवतार,
राम का दरबार,
मन की शांति का द्वार,
राम का दरबार,
मन की शांति का द्वार।
ॐ शन्ति ,मन की शान्ति,
तन की शान्ति, क्रोध शान्ति,
जब सब शांति,
तव राम करे उद्धार,
राम का दरबार,
मन की शांति का द्वार।
जब राममय हो,
तन मन और धन,
जब राममय हो,
तन मन और धन,
मोह माया छोड़कर,
सब कुछ हो अर्पण,
तव जाकर प्रभु राम,
करते भक्ति स्वीकार,
तव जाकर प्रभु राम,
करते भक्ति स्वीकार,
राम का दरबार,
मन की शांति का द्वार,
राम का दरबार,
मन की शांति का द्वार।
ॐ शन्ति ,मन की शान्ति,
तन की शान्ति, क्रोध शान्ति,
जब सब शांति,
तव राम करे उद्धार,
राम का दरबार,
मन की शांति का द्वार,
राम का दरबार,
मन की शांति का द्वार।
भजन श्रेणी : राम भजन (Ram Bhajan)