ग्यारस धर गैया को रूप परीक्षा लेने आई
ग्यारस धर गैया को रूप,
परीक्षा लेने आई है,
परीक्षा लेने आई है,
तेरे द्वारे पर आई है,
ग्यारस धर गैया को रूप,
परीक्षा लेने आई है,
परीक्षा लेने आई है,
तेरे द्वारे पर आई है।
जब ग्यारस पंडित घर आई,
पंडित दे दे ओ चंदिया चार,
गाय तेरे द्वारे आई,
ग्यारस धर गैया को रूप,
परीक्षा लेने आई है,
परीक्षा लेने आई है,
तेरे द्वारे पर आई है।
आगे आगे पंडित आयो,
पीछे से पंडितानी आई,
उसने दिनों हाथ हिलाय,
परीक्षा लेने आई है,
ग्यारस धर गैया को रूप,
परीक्षा लेने आई है,
परीक्षा लेने आई है,
तेरे द्वारे पर आई है।
जब ग्यारस ठाकुर घर आई,
ठाकुर दे दो चंदिया चार,
गाय तेरे द्वारे आई है,
ग्यारस धर गैया को रूप,
परीक्षा लेने आई है,
परीक्षा लेने आई है,
तेरे द्वारे पर आई है।
आगे आगे ठाकुर आया,
पीछे से ठकुरानी आई,
उसने मारे डंडा चार,
परीक्षा लेने आई है,
ग्यारस धर गैया को रूप,
परीक्षा लेने आई है,
परीक्षा लेने आई है,
तेरे द्वारे पर आई है।
जब ग्यारस बनिये घर आई,
बनिया दे दो चंदिया चार,
गाय तेरे द्वारे आई है,
ग्यारस धर गैया को रूप,
परीक्षा लेने आई है,
परीक्षा लेने आई है,
तेरे द्वारे पर आई है।
आगे आगे बनिया आया,
पीछे से बनेनी आई,
उसने दे दी चंदिया चार,
परीक्षा लेने आई है,
ग्यारस धर गैया को रूप,
परीक्षा लेने आई है,
परीक्षा लेने आई है,
तेरे द्वारे पर आई है।
लौट के ग्यारस,
पंडित घर आई,
पंडित सदा फैलाय रयो हाथ,
परीक्षा ले ले आई है,
ग्यारस धर गैया को रूप,
परीक्षा लेने आई है,
परीक्षा लेने आई है,
तेरे द्वारे पर आई है।
लौट के ग्यारस,
ठाकुर घर आई,
ठाकुर सभा चलावे हथियार,
परीक्षा लेने आई है,
ग्यारस धर गैया को रूप,
परीक्षा लेने आई है,
परीक्षा लेने आई है,
तेरे द्वारे पर आई है।
लौट के ग्यारस घर आई,
बनिया तेरे सदा भरे भंडार,
परीक्षा लेने आई है,
ग्यारस धर गैया को रूप,
परीक्षा लेने आई है,
परीक्षा लेने आई है,
तेरे द्वारे पर आई है।
ग्यारस धर गैया को रूप,
परीक्षा लेने आई है,
परीक्षा लेने आई है,
तेरे द्वारे पर आई है,
ग्यारस धर गैया को रूप,
परीक्षा लेने आई है,
परीक्षा लेने आई है,
तेरे द्वारे पर आई है। भजन श्रेणी : आध्यात्मिक भजन (Read More : Devotional Bhajan)भजन श्रेणी : विविध भजन/ सोंग हिंदी Bhajan/ Song Lyrics