जब तुम कान्हा से मिलोगे भजन

जब तुम कान्हा से मिलोगे भजन

जब तुम कान्हा से मिलोगे,
मोहे भी उनसे मिलाओ
दर पे बैठी है मीरा,
उनको जाके बताओ
एक और अर्ज़ मोरी
कान्हां को रख दीजो
राधा को जो किया है,
मोहे भी प्रेम दीजो।

जब तुम कान्हा से मिलोगे,
अर्ज़ी मोरी सुनाओ
दर पे बैठी है मीरा,
जल्दी प्रेम जताओ
तेरा मन है मनभावन,
मन में मोहे बसाइयो
चौखट से है निहारा,
चरणों में जगह दीजो।

जब तुम कान्हा से मिलोगे,
कान्हा को बतलाओ
दर पे बैठी है मीरा,
चरणों में जगह बनाओ
राम जी मिले सीता को,
कान्हा मिले राधा को
मीरा है तकती राहें,
दर्शन मिलेंगे मुझको।

जब तुम कान्हा से मिलोगे,
कान्हा को याद दिलाओ
दर पे बैठी है मीरा,
दर्शन दो जल्दी आओ
जब तुम कान्हा से मिलोगे,
मोहे भी उनसे मिलाओ
दर पे बैठी है मीरा,
उनको जाके बताओ। 

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