राम लखन सीता सहित, सब कीजै अभिमान, नमन मेरा स्वीकार करें, जय जय जय श्री हनुमान।
अंजनी सुत जय जय हनुमान, अंजनी सुत जय जय हनुमान, तन मन धन से कीजै ध्यान, तन मन धन से कीजै ध्यान, अंजनी सुत जय जय हनुमान, अंजनी सुत जय जय हनुमान।
चारों लोक भये अंधियारा, मुख में जब सूरज को डाला, चारों लोक भये अंधियारा, मुख में जब सूरज को डाला, तेज प्रताप हनुमत का जाने, लंका दहन जिसने कर डाला, आराधन कीजे हनुमत का, शरणागत हो ले लो ज्ञान, अंजनी सुत जय जय हनुमान, अंजनी सुत जय जय हनुमान।
राम चन्द्र कह गये सबसे, कल युग के हनुमत दाता, राम चन्द्र कह गये सबसे, कल युग के हनुमत दाता, अर्ज सुने केवल बजंरगी, बल बुद्धि धन सबके दाता, हाथ जोड़ विनती कर, अंजनी सुत से लो वरदान, अंजनी सुत जय जय हनुमान, अंजनी सुत जय जय हनुमान।
अंजनी सुत जय जय हनुमान, अंजनी सुत जय जय हनुमान, तन मन धन से कीजै ध्यान, तन मन धन से कीजै ध्यान, अंजनी सुत जय जय हनुमान, अंजनी सुत जय जय हनुमान।