जिस घर में मां की ज्योत जगे लिरिक्स Jis Ghar Me Maa Ki Jot Lyrics

जिस घर में मां की ज्योत जगे लिरिक्स Jis Ghar Me Maa Ki Jot Lyrics, Mata Rani Bhajan

 
जिस घर में मां की ज्योत जगे लिरिक्स Jis Ghar Me Maa Ki Jot Lyrics

जिस घर में मां की ज्योत जगे,
वह घर है किस्मत वाला,
सोये भाग जगाने,
खुद आये मां ज्वाला,
जिस घर में मां की ज्योत जगे,
वह घर है किस्मत वाला,
सोये भाग जगाने,
खुद आये मां ज्वाला।

निर्मल पावन इस ज्योति का,
कण कण में नूर समाया है,
सदियों से जलती है अखंड,
नहीं पार किसी ने पाया है,
ज्योति की शक्ति ने अकबर का,
मान भस्म कर डाला,
सोये भाग जगाने,
खुद आये मां ज्वाला।

जिस घर में मां के चरण पड़े,
अन्न धन से रहे भंडार भरे,
मुश्किलें आसान हो जाये,
रहे संकट हर दम परे परे,
जीवन की डगर से मिलता है,
उसे हर पल ही उजाला,
सोये भाग जगाने,
खुद आये मां ज्वाला।

सच्ची ज्योति के गुण गाओ,
आओ मिलकर सच्चे मन से,
ज्योति ही तुम्हें बचाएगी,
संसार की हर एक उलझन से,
यह ज्योति ही खोलेगी,
तेरी तकदीर का ताला,
सोये भाग जगाने,
खुद आये मां ज्वाला।

जिस घर में मां की ज्योत जगे,
वह घर है किस्मत वाला,
सोये भाग जगाने,
खुद आये मां ज्वाला,
जिस घर में मां की ज्योत जगे,
वह घर है किस्मत वाला,
सोये भाग जगाने,
खुद आये मां ज्वाला।


आपको ये पोस्ट पसंद आ सकती हैं
+

एक टिप्पणी भेजें