का करूं गोकुल नगरिया में बस के

का करूं गोकुल नगरिया में बस के

का करूं गोकुल नगरिया में बस के
कान्हा ले गयो जियरा,
हमारो हँस हँस के,
का करूँ गोकुल नगरिया में बस के,
का करूँ गोकुल नगरिया में बस के,
कान्हो ले गयो जियरा,
हमारो हँस हँस के।

बेदर्दी ने जुल्म गुजारो,
प्रेम जाल मोपे ऐसो डालो
वह तो निकल गयो,
और मे रह गई फंस के,
कान्हा ले गयो जियरा,
हमारो हँस हँस के,
का करूँ गोकुल नगरिया में बस के,
का करूँ गोकुल नगरिया में बस के,
कान्हो ले गयो जियरा,
हमारो हँस हँस के।

कहां से सपना पूरा होता मन मेरा
श्याम की बाहों में होता मारी है
चोट कलेजे मे कस के,
कान्हा ले गयो जियरा,
हमारो हँस हँस के,
का करूँ गोकुल नगरिया में बस के,
का करूँ गोकुल नगरिया में बस के,
कान्हो ले गयो जियरा,
हमारो हँस हँस के।

दुनिया वाले प्रेम ना करियो कान्हा के जैसा
धोखा ना करियो दर्शन
बिन काना के रह गए तरस के,
कान्हा ले गयो जियरा,
हमारो हँस हँस के,
का करूँ गोकुल नगरिया में बस के,
का करूँ गोकुल नगरिया में बस के,
कान्हो ले गयो जियरा,
हमारो हँस हँस के।



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