मेरा हृदय तुम हो श्वास तुम ही,
रहती सदा हो मेरे पास तुम ही,
अर्धांग मेरे आराध्य तुम हो,
सिंदूर तुम ही सौभाग्य तुम हो,
क्षण भर भी तुमसे दूर हो जाऊं,
समय ना बीते,
सीते मेरी प्रिय तुम सीते,
सीते मेरी प्रिय तुम सीते,
मेरे राम मेरे प्रियवर राम,
मेरे राम मेरे प्रियवर राम।
नैनो में तुम अंजन,
भरो मेरे नाम का,
अस्तित्व तुमसे है,
तुम्हारे राम का,
मीत बनके रखते मेरा मान हो,
निज प्राण सी तुम बिन मैं,
तुम मेरे प्राण हो,
प्रेम ये ना कम कभी हो,
जो भी हो परिणाम,
मेरे राम मेरे प्रियवर राम,
मेरे राम मेरे प्रियवर राम,
सीते मेरी प्रिय तुम सीते,
सीते मेरी प्रिय तुम सीते।
रोम रोम में राम,
का आभास हो,
प्रेम पावन मन की,
तुम ही प्यास हो,
चलती हो बन के,
संग जीवनसंगिनी,
मैं धन्य हूं तुम हो,
मेरी अर्धांगिनी,
प्रेम की परिभाषा तुमसे,
सारा जग यह सीखें,
सीते मेरी प्रिय तुम सीते,
सीते मेरी प्रिय तुम सीते,
मेरे राम मेरे प्रियवर राम,
मेरे राम मेरे प्रियवर राम।
फूलों के सब दल,
नदियां यह कल कल,
अंबर यह जल थल,
बादल के काजल,
सागर यह गहरे,
अल्हड़ सी लहरें,
सपने सुनहरे,
इस क्षण को ठहरे,
झूमेगा जग होंगे समक्ष,
एक दूजे के सियाराम,
सियाराम मिलने चले सियाराम,
सियाराम मिलने चले सियाराम।
सिया की धरा पर,
पग धरे रघुवीर यू,
जैसे सिया से मिलने को,
वह अधीर हो,
वैदेही से नहीं विलग,
रघुवर कभी,
ले आई है यह शुभ समय,
नियति अभी,
कंकण करें अवगानीयां है,
धन्य मिथिला धाम,
श्री राम सीता पति श्री राम,
श्री राम सीता पति श्री राम।
दिव्य रूप और रंग,
छवि लावण्य है
दृष्टि थमी श्रीराम,
भी अब दंग हैं,
माथे अलौकिक तेज,
मुख्य मुस्कान है,
सिया है रमी अब,
सामने श्री राम हैं,
झूमेगा जग होंगे सम्मुख,
एक दूजे के सियाराम,
सियाराम होंगे,
सम्मुख सियाराम,
सियाराम होंगे,
सम्मुख सियाराम।
रहती सदा हो मेरे पास तुम ही,
अर्धांग मेरे आराध्य तुम हो,
सिंदूर तुम ही सौभाग्य तुम हो,
क्षण भर भी तुमसे दूर हो जाऊं,
समय ना बीते,
सीते मेरी प्रिय तुम सीते,
सीते मेरी प्रिय तुम सीते,
मेरे राम मेरे प्रियवर राम,
मेरे राम मेरे प्रियवर राम।
नैनो में तुम अंजन,
भरो मेरे नाम का,
अस्तित्व तुमसे है,
तुम्हारे राम का,
मीत बनके रखते मेरा मान हो,
निज प्राण सी तुम बिन मैं,
तुम मेरे प्राण हो,
प्रेम ये ना कम कभी हो,
जो भी हो परिणाम,
मेरे राम मेरे प्रियवर राम,
मेरे राम मेरे प्रियवर राम,
सीते मेरी प्रिय तुम सीते,
सीते मेरी प्रिय तुम सीते।
रोम रोम में राम,
का आभास हो,
प्रेम पावन मन की,
तुम ही प्यास हो,
चलती हो बन के,
संग जीवनसंगिनी,
मैं धन्य हूं तुम हो,
मेरी अर्धांगिनी,
प्रेम की परिभाषा तुमसे,
सारा जग यह सीखें,
सीते मेरी प्रिय तुम सीते,
सीते मेरी प्रिय तुम सीते,
मेरे राम मेरे प्रियवर राम,
मेरे राम मेरे प्रियवर राम।
फूलों के सब दल,
नदियां यह कल कल,
अंबर यह जल थल,
बादल के काजल,
सागर यह गहरे,
अल्हड़ सी लहरें,
सपने सुनहरे,
इस क्षण को ठहरे,
झूमेगा जग होंगे समक्ष,
एक दूजे के सियाराम,
सियाराम मिलने चले सियाराम,
सियाराम मिलने चले सियाराम।
सिया की धरा पर,
पग धरे रघुवीर यू,
जैसे सिया से मिलने को,
वह अधीर हो,
वैदेही से नहीं विलग,
रघुवर कभी,
ले आई है यह शुभ समय,
नियति अभी,
कंकण करें अवगानीयां है,
धन्य मिथिला धाम,
श्री राम सीता पति श्री राम,
श्री राम सीता पति श्री राम।
दिव्य रूप और रंग,
छवि लावण्य है
दृष्टि थमी श्रीराम,
भी अब दंग हैं,
माथे अलौकिक तेज,
मुख्य मुस्कान है,
सिया है रमी अब,
सामने श्री राम हैं,
झूमेगा जग होंगे सम्मुख,
एक दूजे के सियाराम,
सियाराम होंगे,
सम्मुख सियाराम,
सियाराम होंगे,
सम्मुख सियाराम।
Mera Hriday Tum | MOhit lalwani | Aishwarya Anand | Ram Siya Ke Luv Kush मेरा हृदय तुम हो श्वास तुम ही लिरिक्स Mera Hridya Tum Ho Lyrics
Mera Hriday Tum | MOhit lalwani | Aishwarya Anand | Ram Siya Ke Luv Kush Composer - Jitesh Panchal
Lyricist - Neetu Pandey "Kranti "
Singer - MOhit lalwani
Female Singer : Aishwarya Anand
Lyricist - Neetu Pandey "Kranti "
Singer - MOhit lalwani
Female Singer : Aishwarya Anand