मेरी बांह पकड़ लो एकबार लिरिक्स Meri Banh Pakad Lo Ekbar Lyrics
मेरी बांह पकड़ लो एकबार लिरिक्स Meri Banh Pakad Lo Ekbar Lyrics, Devotional Bhajan
मेरी बांह पकड़ लो एकबार,हरि एक वार प्रभु एक वार,
यह जग अति गहरा सागर है,
सिर धरी पाप की गागर है,
कुछ हल्का कर दो इसका भार,
हरि एक वार प्रभु एकबार,
एक जाल बिछा मोह माया का,
एक धोखा कंचन काया का,
मेरा करदो मुक्त विचार,
हरि एक वार प्रभु एकबार,
है कठिन डगर मुश्किल चलना,
बलहीन को बल दे दो अपना,
कर जाऊँ भव मैं पार पार,
हरि एक वार बस एक वार
मैं तो हार गया अपने बल से,
मेरे दोस्त बचाओ जग्ग छ्ल से,
सो वार नहींं बस एकबार,
हरि एक वार प्रभु एकबार,
मेरी बांह पकड़ लो एकबार,
हरि एक वार प्रभु एक वार।