कोई पकड़ के मेरा हाथ मुझे वृंदावन पहुंचा दो लिरिक्स Mujhe Vrindavan Pahucha Lyrics, Krishna Bhajan
कोई पकड़ के मेरा हाथ,मोहे वृंदावन पहुंचा दो,
मोहे वृंदावन पहुंचा दो,
बरसाना में पहुंचा दो,
रे कोई पकड़ के मेरा हाथ,
मोहे वृंदावन पहुंचा दो।
वृंदावन का एक ग्वाला,
मनमोहन मेरा मुरली वाला,
मैं जाना उसके साथ,
मोहे वृंदावन पहुंचा दो,
मोहे वृंदावन पहुंचा दो,
बरसाना में पहुंचा दो,
रे कोई पकड़ के मेरा हाथ,
मोहे वृंदावन पहुंचा दो।
वृंदावन में कृष्ण कन्हैया,
बलदाऊ के छोटे भैया,
रे मेरी डोरी उसके हाथ,
मोहे वृंदावन पहुंचा दो,
मोहे वृंदावन पहुंचा दो,
बरसाना में पहुंचा दो,
रे कोई पकड़ के मेरा हाथ,
मोहे वृंदावन पहुंचा दो।
वृंदावन मेरा धाम रंगीला,
बरसाना मेरा बड़ा सजीला,
मेरे जाग गये हैं भाग,
मोहे वृंदावन पहुंचा दो,
मोहे वृंदावन पहुंचा दो,
बरसाना में पहुंचा दो,
रे कोई पकड़ के मेरा हाथ,
मोहे वृंदावन पहुंचा दो।
वृंदावन के बांके बिहारी,
बांके बिहारी जय हो तुम्हारी,
मेरा जन्म जन्म का साथ,
मोहे वृंदावन पहुंचा दो,
मोहे वृंदावन पहुंचा दो,
बरसाना में पहुंचा दो,
रे कोई पकड़ के मेरा हाथ,
मोहे वृंदावन पहुंचा दो।
वृंदावन में सोने का खंभा,
गोवर्धन की परिक्रमा,
वहां जाओ सुबह शाम,
मोहे वृंदावन पहुंचा दो,
मोहे वृंदावन पहुंचा दो,
बरसाना में पहुंचा दो,
रे कोई पकड़ के मेरा हाथ,
मोहे वृंदावन पहुंचा दो।