मुझको हरी आप मिले कैसे भजन लिरिक्स Mujhko Hari Aap Mile Lyrics, Devotional Bhajan by Suman Sharma
मुझको हरी आप मिले कैसे,कर्मों के लेख मिटे कैसे,
मुझको हरी आप मिले कैसे,
कर्मों के लेख मिटे कैसे,
मुझको हरी आप मिले कैसे,
कर्मों के लेख मिटे कैसे।
आकाश में उड़ने वाले को,
कब नीचे गिरावो पता नहीं,
हम तेरी नजर जाने कैसे,
कर्मों के लेख मिटे कैसे,
मुझको हरी आप मिले कैसे,
कर्मों के लेख मिटे कैसे।
तुम इस बगिया के माली हो,
यह जग है बाग तुम्हारा प्रभु,
यह ज्ञान तेरा जाने कैसे,
कर्मों के लेख मिटे कैसे,
मुझको हरी आप मिले कैसे,
कर्मों के लेख मिटे कैसे।
कहीं सूरज निकले कहीं चंदा,
कहीं अंधियारा कही उजियारा,
तेरी महिमा को जाने कैसे,
कर्मों के लेख मिटे कैसे,
मुझको हरी आप मिले कैसे,
कर्मों के लेख मिटे कैसे।
लाखों आये और चले गये,
आने जाने का दौर यहां,
क्या होगा कल जाने कैसे,
कर्मों के लेख मिटे कैसे,
मुझको हरी आप मिले कैसे,
कर्मों के लेख मिटे कैसे।
मुझको हरी आप मिले कैसे,
कर्मों के लेख मिटे कैसे,
मुझको हरी आप मिले कैसे,
कर्मों के लेख मिटे कैसे,
मुझको हरी आप मिले कैसे,
कर्मों के लेख मिटे कैसे।
भजन श्रेणी : आध्यात्मिक भजन (Read More : Devotional Bhajan)
भजन श्रेणी : विविध भजन/ सोंग लिरिक्स हिंदी Bhajan/ Song Lyrics