ओढ़ी श्याम नाम की चुनरिया रे
ओढ़ी श्याम नाम की चुनरिया रे,
ओढ़ी श्याम नाम की चुनरिया रे,
मैं तो श्याम की हुई बावरिया रे,
मैं तो श्याम की हुई बावरिया रे,
ओढ़ी रे ओढ़ी रे चुनरिया,
ओढ़ी रे ओढ़ी रे चुनरिया,
तेरे नाम की।
रोम रोम मेरे श्याम समाये,
जग बैरी एक पल ना भाये,
जग बैरी चित चैन ना आये,
ओढ़ी श्याम नाम की चुनरिया रे,
ओढ़ी रे ओढ़ी रे चुनरिया,
ओढ़ी रे ओढ़ी रे चुनरिया,
तेरे नाम की।
ना मीरा ना राधा मोहन,
मैं तो हूं तेरे नाम की जोगन,
कान्हा तेरे प्रेम की जोगन,
ओढ़ी श्याम नाम की चुनरिया रे,
ओढ़ी रे ओढ़ी रे चुनरिया,
ओढ़ी रे ओढ़ी रे चुनरिया,
तेरे नाम की।
इक तारा मेरे मन का बोले,
बन बंजारा बृज में डोले,
जमुना तीरे तुझको ढूंढे,
ओढ़ी श्याम नाम की चुनरिया रे,
ओढ़ी रे ओढ़ी रे चुनरिया,
ओढ़ी रे ओढ़ी रे चुनरिया,
तेरे नाम की।
तू नक्षत्र की बूंद है कान्हा,
मन मेरा एक प्यासा चातक,
मन मेरा एक प्यासा चातक,
ओढ़ी श्याम नाम की चुनरिया रे,
ओढ़ी रे ओढ़ी रे चुनरिया,
ओढ़ी रे ओढ़ी रे चुनरिया,
तेरे नाम की।
जन्म जन्म हम संग रहे हैं,
बदले रुप ना हम बदले हैं,
बदले रुप ना हम बदले हैं,
ओढ़ी श्याम नाम की चुनरिया रे,
ओढ़ी रे ओढ़ी रे चुनरिया,
ओढ़ी रे ओढ़ी रे चुनरिया,
तेरे नाम की।
ओढ़ी श्याम नाम की चुनरिया रे,
ओढ़ी श्याम नाम की चुनरिया रे,
मैं तो श्याम की हुई बावरिया रे,
मैं तो श्याम की हुई बावरिया रे,
ओढ़ी रे ओढ़ी रे चुनरिया,
ओढ़ी रे ओढ़ी रे चुनरिया,
तेरे नाम की।