कोई नहीं कोई नहींं,
कोई नहीं भक्तों कोई नहीं ,
राधा रानी जैसी सुंदर कोई नहीं।
राधा रानी जैसी सुंदर कोई नहीं।
राधे तेरे नाम का दीवाना
है मुरारी जाने ब्रिज धाम
और जाने दुनिया सारी,
एसी नहीं भक्तों एसी नहीं
मेरे श्याम की दीवानी कोई एसी नहीं।
मेरे श्याम की दीवानी कोई एसी नहीं।
राधा है अंगूठी तो
नगीना गिरधारी,
राधा महादेवी है तो
कान्हां है पुजारी,
देखी नहीं, देखी नहीं
देखी नहीं रे भक्तों देखी नहीं,
राधे श्याम जैसी जोड़ी देखी नहीं,
राधे श्याम जैसी जोड़ी देखी नहीं।
श्याम ज्ञान सागर है
तो राधा रानी धारा,
इन दोनों के बिना
नहीं मिलता है किनारा,
नैया यही खिवैया यही,
मुक्ति यही और शक्ति यही,
भक्तों को फल देने वाली, भक्ति यही।
भक्तों को फल देने वाली, भक्ति यही।
राधा रंग रूप ,
तो श्रृंगार है बिहारी,
इनके बिना चले नहीं
भक्तों दुनियादारी,
पूजा यही आराधन यही,
भगवत यही और गीता यही,
बेरागी सबको मुक्ति मिलती यहीं,
बेरागी सबको मुक्ति मिलती यहीं।
कोई नहीं भक्तों कोई नहीं ,
राधा रानी जैसी सुंदर कोई नहीं।
राधा रानी जैसी सुंदर कोई नहीं।
राधे तेरे नाम का दीवाना
है मुरारी जाने ब्रिज धाम
और जाने दुनिया सारी,
एसी नहीं भक्तों एसी नहीं
मेरे श्याम की दीवानी कोई एसी नहीं।
मेरे श्याम की दीवानी कोई एसी नहीं।
राधा है अंगूठी तो
नगीना गिरधारी,
राधा महादेवी है तो
कान्हां है पुजारी,
देखी नहीं, देखी नहीं
देखी नहीं रे भक्तों देखी नहीं,
राधे श्याम जैसी जोड़ी देखी नहीं,
राधे श्याम जैसी जोड़ी देखी नहीं।
श्याम ज्ञान सागर है
तो राधा रानी धारा,
इन दोनों के बिना
नहीं मिलता है किनारा,
नैया यही खिवैया यही,
मुक्ति यही और शक्ति यही,
भक्तों को फल देने वाली, भक्ति यही।
भक्तों को फल देने वाली, भक्ति यही।
राधा रंग रूप ,
तो श्रृंगार है बिहारी,
इनके बिना चले नहीं
भक्तों दुनियादारी,
पूजा यही आराधन यही,
भगवत यही और गीता यही,
बेरागी सबको मुक्ति मिलती यहीं,
बेरागी सबको मुक्ति मिलती यहीं।
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