साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल लिरिक्स Sabarmati Ke Sant Lyrics
साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल लिरिक्स Sabarmati Ke Sant Lyrics
दे दी हमें आजादी बिना खड़ग बिना ढ़ाल,साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल,
दे दी हमें आजादी बिना खड़ग बिना ढ़ाल,
साबरमती के सन्त तूने कर दिया कमाल............।
आंधी में भी जलती रही गाँधी तेरी मशाल,
साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल,
दे दी हमें आजादी बिना खड़ग बिना ढ़ाल,
साबरमती के सन्त तूने कर दिया कमाल............।
धरती पे लड़़ी तूने अजब ढ़ंग की लड़़ाई,
दागी न कहीं तोप न बंदूक चलाई,
दुश्मन के किले पर भी न की तूने चढ़़ाई,
वाह रे फ़क़ीर खूब करामात दिखाई,
चुटकी में दुश्मनों को दिया देश से निकाल,
साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल,
दे दी हमें आजादी बिना खड़ग बिना ढ़ाल,
साबरमती के सन्त तूने कर दिया कमाल............।
रघुपति राघव राजा राम,
रघुपति राघव राजा राम,
शतरंज बिछाकर यहाँ बैठा था जमाना,
लगता था मुश्किल है फिरंगी को हराना,
टक्कर थी बड़़े जोर की दुश्मन भी था ताना,
पर तू भी था बापू बड़़ा उस्ताद पुराना,
मारा वो कस के दांव के उल्टी सभी की चाल,
साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल,
दे दी हमें आजादी बिना खड़ग बिना ढ़ाल,
साबरमती के सन्त तूने कर दिया कमाल............।
रघुपति राघव राजा राम,
रघुपति राघव राजा राम,
जब जब तेरा बिगुल बजा जवान चल पड़़े,
मजदूर चल पड़़े थे और किसान चल पड़़े,
हिन्दू व मुसलमान सिख पठान चल पड़़े,
क़दमों पे तेरी कोटि कोटि प्राण चल पड़़े,
फूलों की सेज छोड़़ के दौड़़े जवाहरलाल,
साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल,
दे दी हमें आजादी बिना खड़ग बिना ढ़ाल,
साबरमती के सन्त तूने कर दिया कमाल............।
रघुपति राघव राजा राम,
रघुपति राघव राजा राम,
वाह रे फ़क़ीर खूब करामात दिखाई,
चुटकी में दुश्मनों को दिया देश से निकाल,
साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल,
दे दी हमें आजादी बिना खड़ग बिना ढ़ाल,
साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल,
दे दी हमें आजादी बिना खड़ग बिना ढ़ाल,
साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल,
रघुपति राघव राजा राम,
लाखों में घूमता था लिये सत्य की सोंटी,
वैसे तो देखने में थी हस्ती तेरी छोटी,
लेकिन तुझे झुकती थी हिमालय की भी चोटी,
दुनियाँ में तू बेजोड़़ था इंसान बेमिसाल,
साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल,
दे दी हमें आजादी बिना खड़ग बिना ढ़ाल,
साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल,
रघुपति राघव राजा राम,
जग में कोई जिया है तो बापू तू ही जिया,
तूने वतन की राह पे सब कुछ लुटा दिया,
माँगा न कोई तख़्त न तो ताज ही लिया,
अमृत दिया सभी को मगर खुद जहर पिया,
जिस दिन तेरी चिता जली रोया था महाकाल,
साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल,
दे दी हमें आजादी बिना खड़ग बिना ढ़ाल,
साबरमती के सन्त तूने कर दिया कमाल............।