काम कोई भी, कर नहीं पाया, घूम लिया संसार में, आखिर मेरा काम हुआ, बाबा के दरबार में, काम कोई भी, कर नहीं पाया, घूम लिया संसार में, आखिर मेरा काम हुआ, बाबा के दरबार में।
क्या कहना दरबार का,
ये सच्चा दरबार है, शीश झुकाकर देख जरा, फिर तो बेड़ा पार है, तेरा संकट दूर करेगा, बाबा पहली बार में, आखिर मेरा काम हुआ, बाबा के दरबार में।
जब जब मैंने नाम लिया, तब तब मेरा काम किया, जब जब नैया डोली है, उसने आकर थाम लिया, बारह महीनों मने दीवाली, अब मेरे परिवार में, आखिर मेरा काम हुआ,
Khatu Shyam Ji Bhajan Lyrics in Hindi,Upasana Mehta Bhajan Lyrics
बाबा के दरबार में।
अब चिंता की बात नहीं, खूंटी तान के सोता हूं जब कोई आफत आये, इनके आगे रोता हूं, इनका पहरा लगने लगा है, अब मेरे घर बार में, आखिर मेरा काम हुआ, बाबा के दरबार में।
इनके पांव पकड़ ले तू, काम तेरा हो जायेगा, इसकी कृपा हो जाये, बैठा मौज उड़ायेगा,
बनवारी क्यों घूम रहा हैं, जगह जगह बेकार में, आखिर मेरा काम हुआ, बाबा के दरबार में।
काम कोई भी, कर नहीं पाया, घूम लिया संसार में, आखिर मेरा काम हुआ, बाबा के दरबार में, काम कोई भी, कर नहीं पाया, घूम लिया संसार में, आखिर मेरा काम हुआ, बाबा के दरबार में।
काम कोई भी, कर नहीं पाया, घूम लिया संसार में, आखिर मेरा काम हुआ, बाबा के दरबार में, काम कोई भी, कर नहीं पाया, घूम लिया संसार में, आखिर मेरा काम हुआ, बाबा के दरबार में।
आखिर मेरा काम हुआ,बाबा के दरबार में | Kaam Koi Bhi Kar Nahi Paya | Upasana Mehta Bhajan |Shyambhajan
⭐Song : Kaam Koi Bhi Kar Nahi Paya ⭐Singer : Upasana Mehta