बाबा श्याम तू कद सुणसी रे

बाबा श्याम तू कद सुणसी रे

बाबा श्याम तू कद सुणसी रे,
टाबरिया री दर्शन ताई,
आंख्या तरसी रे,
बाबा श्याम तू कद सुणसी रे.....।

म्हाने सुणी है हारेड़ा को,
साथ निभावे है तू,
साँचा मन से जो भी ध्यावे,
वां को काम बणावे,
म्हासूं गलती काई होगी रे,
टाबरिया री दर्शन ताई,
आंख्या तरसी रे,
बाबा श्याम तू कद सुणसी रे.....।

थारी मर्जी जइया बाबा,
नाव चला या म्हारी,
चाहे डूबा दे बीच भंवर या,
पार लगा गिरधारी,
थारी मर्जी में म्हारी मर्जी रे,
टाबरिया री दर्शन ताई,
आंख्या तरसी रे,
बाबा श्याम तू कद सुणसी रे.....।

जनम जनम गुण गाऊं थारा,
मनसा कर दे पूरी,
दास करे अरदास सांवरा,
अब क्यों राखे दूरी,
राजू बस चरणां में रहसी रे,
टाबरिया री दर्शन ताई,
आंख्या तरसी रे,
बाबा श्याम तू कद सुणसी रे.....।

बाबा श्याम तू कद सुणसी रे,
टाबरिया री दर्शन ताई,
आंख्या तरसी रे,
बाबा श्याम तू कद सुणसी रे.....।



बाबा श्याम तू कद सुणसी रे,
टाबरिया री दर्शन ताई,
आंख्या तरसी रे,
बाबा श्याम तू कद सुणसी रे.....।


बाबा श्याम तू कद सुणसी रे | Shyam Tu Kad Sunsi | Khatu Shyam Latest Bhajan by Rajendra Agrawal Dei

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