भोले शंकर दी भांग वाली मस्ती चढ़ गई लिरिक्स Bhole Shankar De Bhangwali Masti Lyrics
भोले शंकर दी भांग वाली मस्ती चढ़ गई लिरिक्स Bhole Shankar De Bhangwali Masti Lyrics
शिव शंकर दे रंग निराले,ताहियों शिव नूं पूजन सारे,
पी के भांग प्याले सारे,
भंग ऐसा कुछ कर गई,
भोले शंकर दी भांग वाली मस्ती चढ़ गई,
भोले शंकर दी भांग वाली मस्ती चढ़ गई।
गल विच फणिया पाया उसने,
तन ते भस्म रमाया उसने,
मत्थे चन्न सजाया उसने,
जटा च गंगा वगदी,
भोले शंकर दी भांग वाली मस्ती चढ़ गई,
भोले शंकर दी भांग वाली मस्ती चढ़ गई।
जेहड़े शिव दर हाज़री भर दे,
ओहना दे शिव दुखड़े हर दे,
ऐसी करम नवाजी कर दे,
मैहर रखन हर घर दी,
भोले शंकर दी भांग वाली मस्ती चढ़ गई,
भोले शंकर दी भांग वाली मस्ती चढ़ गई।
शिव शंकर दा रूप निराला,
आखे रिंकू ढांढ वाला,
मिनी सलीम दे वांगु,
सब भगता दी झोली भरदी,
भोले शंकर दी भांग वाली मस्ती चढ़ गई,
भोले शंकर दी भांग वाली मस्ती चढ़ गई।
शिव शंकर दे रंग निराले,
ताहियों शिव नूं पूजन सारे,
पी के भांग प्याले सारे,
भंग ऐसा कुछ कर गई,
भोले शंकर दी भांग वाली मस्ती चढ़ गई,
भोले शंकर दी भांग वाली मस्ती चढ़ गई।