बिन हरि नाम गुज़ारा नहीं, रे बावरे मन किनारा नहीं, रे बावरे मन किनारा नहीं, बिन हरि नाम गुज़ारा नहीं, रे बावरे मन किनारा नहीं।
नाव पुरानी चंचल धारा, मौसम तूफानों का,
खेते खेते हिम्मत हारी, डगमग डोले नौका, प्रियतम को जो पुकारा नहीं, रे बावरे मन किनारा नहीं, रे बावरे मन किनारा नहीं।
फंसता क्यों जाता माया में तू, ये है नागिन काली, डस जायेगी बचकर रहना, चौतरफा मूंह वाली, फिर ये जनम दोबारा नहीं,
Chetawani Bhajan
रे बावरे मन किनारा नहीं, रे बावरे मन किनारा नहीं।
अब तो तू बस इस नैया को, कर दे श्याम हवाले, बस की बात नहीं बन्दे की, वो दातार संभाले, झूठा अहम गंवारा नहीं, रे बावरे मन किनारा नहीं, रे बावरे मन किनारा नहीं।
ये मौका भी चूक गया तो, क्या है आनी जानी, श्याम बहादुर शिव जागे नींद से, जीवन ओस का पानी, फूल के होना गुब्बारा नहीं, रे बावरे मन किनारा नहीं, रे बावरे मन किनारा नहीं।
बिन हरि नाम गुज़ारा नहीं, रे बावरे मन किनारा नहीं, रे बावरे मन किनारा नहीं, बिन हरि नाम गुज़ारा नहीं, रे बावरे मन किनारा नहीं।
Bawra l Khatu Shyam Bhajan New 2021 l बावरा l Manoj Agarwal l Sci Bhajan Official
Title :- Bawra Singer :- Manoj Agarwal Lyrics :- Sangeeta Kapil Music :- Vidyut Da Copyright :- SCI BHAJAN OFFICIAL Lable :- Shree Cassette Industry