चलो सभी दरबार मदारी बंदर आया है लिरिक्स Chalo Sabhi Darbar Lyrics, Hanuman Bhajan
श्री राम ने शिव को देखा,शिव शंकर ने राम को देखा,
इंद्रदेव पहचान दोनों को,
शीश झुकाया है,
अनोखा खेल रचाया है,
मदारी बंदर आया है।
शिव शंकर ने रस्सी बांधी,
कूद कूद नाचे बजरंगी,
नाच नाच बजरंगी ने,
दरबार रिझाया है,
अनोखा खेल रचाया है,
मदारी बंदर आया है।
मैया री मोहे बंदर ले दे,
तू ना ले बाबा से कह दे,
कैसा सुंदर नाच यह बंदर,
मन को भाया है,
अनोखा खेल रचाया है,
मदारी बंदर आया है।
बेटा रे यह काट खायेगा,
मौका पाकर भाग जायेगा,
कभी किसी राजा ने,
ना कोई बंदर पाला है,
अनोखा खेल रचाया है,
मदारी बंदर आया है।
हाथी पालो राजधर्म है,
घोड़े पालो रथ में चले हैं,
धनुष बाण लो हाथ गुरु ने,
यही सिखाया है,
अनोखा खेल रचाया है,
मदारी बंदर आया है।
मैया री मैं बंदर पालू,
मैं खेलूं चारों भाइयों,
को खिलाऊ,
बंदर की क्या बात मैंने,
तो ब्रह्मांड रचाया है,
अनोखा खेल रचाया है,
मदारी बंदर आया है।
श्री राम ने शिव को देखा,
शिव शंकर ने राम को देखा,
इंद्रदेव पहचान दोनों को,
शीश झुकाया है,
अनोखा खेल रचाया है,
मदारी बंदर आया है।
श्री राम ने शिव को देखा,
शिव शंकर ने राम को देखा,
इंद्रदेव पहचान दोनों को,
शीश झुकाया है,
अनोखा खेल रचाया है,
मदारी बंदर आया है।