कान्हाँ कहा हो भजन
कान्हाँ कहा हो भजन
रास रचैया कृष्ण कन्हैया,चुप गए हो किस ओर,
मुरली वाले बंसी बजैया,
ढूँढू मैं चित्तचोर।
नदिया किनारे कही साँवरे,
की बंसी बाजी,
राधा रानी व्याकुल खड़ी,
सारा दिन रहें तकी,
अधरों ने घोली धुन,
चित श्याम रंग में गम,
कान्हाँ कहा हो श्याम रे।
नैनों से छुपके हो,
पर मन में रहते हो,
सामने आओ सांवरे,
हाए कान्हा कहाँ हो श्याम रे।
जग की माया छोड़ छाड़ के,
सांवरे मिलने दौड़ी चली आई,
लोग पुकारे बाँवरी मुझको,
पाने को पागल हूं तेरी परछाई,
तेरे गम में खड़ी गुमसुम,
चित प्रेम रंग में गम,
कान्हा कहाँ हो श्याम रे।
मुरली वाले बंसी बजैया,
ढूँढू मैं चित्तचोर।
नदिया किनारे कही साँवरे,
की बंसी बाजी,
राधा रानी व्याकुल खड़ी,
सारा दिन रहें तकी,
अधरों ने घोली धुन,
चित श्याम रंग में गम,
कान्हाँ कहा हो श्याम रे।
नैनों से छुपके हो,
पर मन में रहते हो,
सामने आओ सांवरे,
हाए कान्हा कहाँ हो श्याम रे।
जग की माया छोड़ छाड़ के,
सांवरे मिलने दौड़ी चली आई,
लोग पुकारे बाँवरी मुझको,
पाने को पागल हूं तेरी परछाई,
तेरे गम में खड़ी गुमसुम,
चित प्रेम रंग में गम,
कान्हा कहाँ हो श्याम रे।
कान्हा कहाँ हो श्याम रे।
Kanha Kahan Ho | Raas Rachaiya Song | Kanchhan Srivas & Sundeep Gosswami | Official Video | 2022
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Author - Saroj Jangir
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