मेला फागण का लगता श्याम के दरबार लिरिक्स Mela Fagan ka Lyrics

मेला फागण का लगता श्याम के दरबार लिरिक्स Mela Fagan ka Lyrics, Fagan Mela Aa Gaya Chha Rahi Ajab Bahar

 
मेला फागण का लगता श्याम के दरबार लिरिक्स Mela Fagan ka Lyrics

फागण मेला आ गया,
छा रही अजब बहार,
होली खेलन श्याम से,
आ रहे नर और नार।

ओ मेला फागण का लगता,
श्याम के दरबार के,
फागण मेले में आते,
भक्त हजार
फागण मेला आ गया,
छा रही अजब बहार,
होली खेलन श्याम से,
आ रहे नर और नार।

फागण महीना रंग बिरंगा,
भीड़ लगी है भारी,
देश विदेश से दर्शन करने,
आते नर नारी,
चंग धमाल की धुन पर,
देखो झूम रहा संसार,
ओ मेला फागण का,
लगता श्याम के दरबार
के फागण मेले में
आते भक्त हजार,
मेला फागण का,
फागण मेला आ गया,
छा रही अजब बहार,
होली खेलन श्याम से,
आ रहे नर और नार।

रींगस से खाटू नगरी
तक पैदल प्रेमी जाते
एक निशान उठा कंधे पर
श्याम कृपा वह पाते
नाचते गाते ख़ुशी मनाते
करते जय जैकार
ओ मेला फागण का लगता
श्याम के दरबार
के फागण मेले में
आते भक्त हजार,
मेला फागण का,
फागण मेला आ गया,
छा रही अजब बहार,
होली खेलन श्याम से,
आ रहे नर और नार।

खाटू मंदिर बाहर प्रेमी
बनाकर आते टोली
रंग गुलाल उड़ाकर बाबा
श्याम से खेले होली
दर्शन करने को बाबा की
लम्बी लगे कतार
ओ मेला फागण का लगता
श्याम के दरबार
के फागण मेले में
आते भक्त हजार,
मेला फागण का,
फागण मेला आ गया,
छा रही अजब बहार,
होली खेलन श्याम से,
आ रहे नर और नार।

फागण शुक्ल एकादशी की,
महिमा बड़ी निराली,
आलू सिंह जी ने फ़रमाया,
भरता झोली खाली,
घर का चाकर बना लो,
अपने ये श्याम करे मनुहार,
ओ मेला फागण का,
लगता श्याम के दरबार
के फागण मेले में
आते भक्त हजार,
मेला फागण का,
फागण मेला आ गया,
छा रही अजब बहार,
होली खेलन श्याम से,
आ रहे नर और नार।
फागण मेला आ गया,
छा रही अजब बहार,
होली खेलन श्याम से,
आ रहे नर और नार।

फागुन मेला स्पेशल 2021| मेला फागुन का | Mela Fagun Ka | Master Shyam

Album - Mela Fagun Ka
Song - Mela Fagun Ka
Singer - Master Shyam
Music - Nitish Dabla
Lyrics - Master Shyam
Label - Vianet Media

आपको ये पोस्ट पसंद आ सकती हैं
+

एक टिप्पणी भेजें