मेरे रोम रोम में कान्हा दर्शन कैसे पाउंगी लिरिक्स Mere Rom Rom Me Kanha Lyrics

मेरे रोम रोम में कान्हा दर्शन कैसे पाउंगी लिरिक्स Mere Rom Rom Me Kanha Lyrics, Krishna Bhajan/ Mere Rom Rom Me Kanha Darshan Kaise Paaungi

 
मेरे रोम रोम में कान्हा दर्शन कैसे पाउंगी लिरिक्स Mere Rom Rom Me Kanha Lyrics

मोहे हूँक लगी दर्शन की दर्शन कैसे पाऊंगी,
मेरे रोम रोम में कान्हा दर्शन कैसे पाउंगी,
मोहे हूँक लगी दर्शन की दर्शन कैसे पाऊंगी।

कान्हा बंसी मधुर बजावे मेरे मन का चैन चुरावे,
सुध बुध खो के बैठी कान्हा दर्शन कैसे पाऊंगी,
मोहे हूँक लगी दर्शन की दर्शन कैसे पाऊंगी।

सांवली सूरत मन में समाये
मोहनी मूरत मन को भाये,
कान्हा धुन में हुई मस्तानी दर्शन कैसे पाऊंगी,
मोहे हूँक लगी दर्शन की दर्शन कैसे पाऊंगी।

साबुन से मैं मल के नहाई मन का मैल मैं धो न पाई,
मैंने जपी न मन की माला दर्शन कैसे पाऊंगी,
मोहे हूँक लगी दर्शन की दर्शन कैसे पाऊंगी।

मेरे रोम रोम में कान्हा दर्शन कैसे पाउंगी,
मोहे हूँक लगी दर्शन की दर्शन कैसे पाऊंगी।

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Song = Mere Rom Rom Mein Kanha
Singer = Beti Priyanka
Writer = Traditional
Music = Vikash Chaudhary
Label = Bhakti Prachar

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