ओ भोले बाबा पहाड़ों के राजा भजन
ओ भोले बाबा पहाड़ों के राजा भजन
सुन मेरे भोले बाबा,मेरा मन ये तुझमें लागा,
प्रीत अपनी दिखाऊं कैसे,
प्रेम तुझसे छुपाऊं कैसे।
ओ भोले बाबा पहाड़ों के राजा,
कभी मेरे घर आजा रे,
ओ भोले बाबा पहाड़ों के राजा,
कभी मेरे घर आजा रे,
पूरी कब ये होंगी,
ये आशा भोले बाबा,
ओ भोले बाबा पहाड़ों के राजा,
कभी मेरे घर आजा रे।
मै तेरी धुन पे हूं नाचा,
जब तेरा डमरू है बाजा,
हृदय की है ताल तुमसे,
मेरी हर एक सांस तुमसे,
पूरी कब ये होंगी,
ये आशा भोले बाबा,
ओ भोले बाबा पहाड़ो के राजा,
कभी मेरे घर आजा रे।
सुन मेरे भोले बाबा,
मेरा मन ये तुझमे लागा,
प्रीत अपनी दिखाऊं कैसे,
प्रेम तुझसे छुपाऊं कैसे।
चन्द्रमा में तेज तुमसे,
पृथ्वी में है ओज तुमसे,
सूर्य में है अगन तुमसे,
मेरे मन की लगन तुमसे,
पूरी कब ये होंगी,
ये आशा भोले बाबा,
ओ भोले बाबा पहाड़ो के राजा,
प्रभू मेरे घर आजा रे।
सुन मेरे भोले बाबा,
मेरा मन ये तुझमें लागा,
प्रीत अपनी दिखाऊं कैसे,
प्रेम तुझसे छुपाऊं कैसे।
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Author - Saroj Jangir
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