राम कहो या कृष्ण कहो तुम
राम कहो या कृष्ण कहो तुम
राम कहो या कृष्ण कहो तुम,ये है पावन नाम सदा,
जिन्हें भी चाहो इष्ट बना लो,
दोनों ही सुख धाम सदा,
राम कहो या कृष्ण कहो तुम......।
त्रेता में जन्मे थे रघुवर,
सूर्य वंश के राज कुमार,
द्वापर में श्री कृष्ण पधारे,
चाँद वंश ले अवतार,
मर्यादा पुरषोतम एक है,
बहुरुपियाँ है दूजा,
जिन्हें भी चाहो इष्ट बना लो,
दोनों ही सुख धाम सदा,
राम कहो या कृष्ण कहो तुम......।
महलों में जब जन्मे रघुवर,
कोई नहीं सो पाया था,
कारावास में जन्मे कान्हा,
जाग कोई न पाया था,
माता दूध पिया था राम ने,
वृंष्टि रहे थे कृष्ण सदा,
जिन्हें भी चाहो इष्ट बना लो,
दोनों ही सुख धाम सदा,
राम कहो या कृष्ण कहो तुम......।
झूठे बेर राम ने खाये,
कृष्ण सदमा के तंदुल,
सागर रास्ता दिए राम को,
सांवरिया को यमुना जल,
रावण का वध राम ने किना,
कृष्ण कंस का काल बना,
जिन्हें भी चाहो इष्ट बना लो,
दोनों ही सुख धाम सदा,
राम कहो या कृष्ण कहो तुम......।
धनुषबाण ले हाथ राम जी,
स्वयं लड़े थे पापी से,
हाथ सुदर्शन चक्र ले कान्हा,
बने सारथि साथी के,
राम चरित ग्रन्थ राम का,
गीता कृष्ण का ग्रन्थ यहां,
जिन्हें भी चाहो इष्ट बना लो,
दोनों ही सुख धाम सदा,
राम कहो या कृष्ण कहो तुम......।
जिन्हें भी चाहो इष्ट बना लो,
दोनों ही सुख धाम सदा,
राम कहो या कृष्ण कहो तुम......।
त्रेता में जन्मे थे रघुवर,
सूर्य वंश के राज कुमार,
द्वापर में श्री कृष्ण पधारे,
चाँद वंश ले अवतार,
मर्यादा पुरषोतम एक है,
बहुरुपियाँ है दूजा,
जिन्हें भी चाहो इष्ट बना लो,
दोनों ही सुख धाम सदा,
राम कहो या कृष्ण कहो तुम......।
महलों में जब जन्मे रघुवर,
कोई नहीं सो पाया था,
कारावास में जन्मे कान्हा,
जाग कोई न पाया था,
माता दूध पिया था राम ने,
वृंष्टि रहे थे कृष्ण सदा,
जिन्हें भी चाहो इष्ट बना लो,
दोनों ही सुख धाम सदा,
राम कहो या कृष्ण कहो तुम......।
झूठे बेर राम ने खाये,
कृष्ण सदमा के तंदुल,
सागर रास्ता दिए राम को,
सांवरिया को यमुना जल,
रावण का वध राम ने किना,
कृष्ण कंस का काल बना,
जिन्हें भी चाहो इष्ट बना लो,
दोनों ही सुख धाम सदा,
राम कहो या कृष्ण कहो तुम......।
धनुषबाण ले हाथ राम जी,
स्वयं लड़े थे पापी से,
हाथ सुदर्शन चक्र ले कान्हा,
बने सारथि साथी के,
राम चरित ग्रन्थ राम का,
गीता कृष्ण का ग्रन्थ यहां,
जिन्हें भी चाहो इष्ट बना लो,
दोनों ही सुख धाम सदा,
राम कहो या कृष्ण कहो तुम......।
राम कहो या कृष्ण कहो तुम,
ये है पावन नाम सदा,
जिन्हें भी चाहो इष्ट बना लो,
दोनों ही सुख धाम सदा,
राम कहो या कृष्ण कहो तुम......।
राम कहो या कृष्णा कहो तुम | Beautiful राम -कृष्ण भजन by Ganga Pachisia | Audio
Latest New Bhajan Lyrics Hindi नए भजन लिरिक्स हिंदी/Largest Collection of Hindi Bhajan Lyrics No. 1 Lyrics Blog
पसंदीदा गायकों के भजन खोजने के लिए यहाँ क्लिक करें।
पसंदीदा गायकों के भजन खोजने के लिए यहाँ क्लिक करें।
|
Author - Saroj Jangir
इस ब्लॉग पर आप पायेंगे मधुर और सुन्दर भजनों का संग्रह । इस ब्लॉग का उद्देश्य आपको सुन्दर भजनों के बोल उपलब्ध करवाना है। आप इस ब्लॉग पर अपने पसंद के गायक और भजन केटेगरी के भजन खोज सकते हैं....अधिक पढ़ें। |