राष्ट्र भक्तिं करणीयम देश हितं आचरणीयम

राष्ट्र भक्तिं करणीयम देश हितं आचरणीयम

 
राष्ट्र भक्तिं करणीयम देश हितं आचरणीयम

राष्ट्र भक्तिं करणीयम,
देश हितं आचरणीयम,
सन्मार्गे नित चलनीयम,
मातृ हितं शुभ करणीयम।

श्रेष्ठ जनाः आदरणीयम,
सतगुरु शरणम् गमनीयम,
सत्यं वचनं वदनीयम,
प्रगति पथे नित चलनीयम,
राष्ट्र भक्तिं करणीयम,
देश हितं आचरणीयम,
सन्मार्गे नित चलनीयम,
मातृ हितं शुभ करणीयम।

ऋषि मुनि धरणी सुखनीयम,
परोपकारम् करणीयम,
प्रतिदिन प्रभु स्मरणीयम,
लोक हितं आचरणीयम,
राष्ट्र भक्तिं करणीयम,
देश हितं आचरणीयम,
सन्मार्गे नित चलनीयम,
मातृ हितं शुभ करणीयम।

राष्ट्र भक्तिं करणीयम,
देश हितं आचरणीयम,
सन्मार्गे नित चलनीयम,
मातृ हितं शुभ करणीयम।
राष्ट्र भक्तिं करणीयम,
देश हितं आचरणीयम,
सन्मार्गे नित चलनीयम,
मातृ हितं शुभ करणीयम।


राष्ट्र भक्तिं करणीयम् । देश हितं आचरणीयम् ।।विद्या भारती वार्षिक गीत 2023-24 ।। संस्कृत गीत।।
 
मातृ हितं शुभ करणीयम् ।। समाज में सकारात्मकता का वातावरण बने इसलिए आवश्यक है की हमारी सोच सकारात्मक हो, भाव सकारात्मक हो एवं अच्छी बातों, प्रेरक कथाओं के माध्यम से जन-जन की सोच भी सकारात्मक बने. यह ब्लॉग केवल और केवल अच्छी बातों को आप के समक्ष रखने का प्रयास भर है.. आप प्रेरक कथा, गीत, सूक्तिओं एवं वीडियो को देखकर संवाद के माध्यम से हौसला बढ़ाते रहेंगे… संस्कार शिक्षा के विषय पर आधारित सामग्री का संग्रह. इस चैंनल पर राष्ट्रभक्ति गीत, अनमोल वचन, संस्कार शिक्षा हेतु आवश्यक सामग्री उपलब्ध रहेगी.
 
देश और मातृभूमि के प्रति भक्ति मन में ऐसी आग जगा देती है, जैसे कोई दीया सदा जलता रहे। राष्ट्र के हित में हर कदम उठाना, सत्य और धर्म के मार्ग पर चलना, यही जीवन का असली ध्येय है। मातृभूमि की सेवा वो पूजा है, जो हर भक्त को अपने कर्तव्य से जोड़े रखती है, जैसे कोई नदी हमेशा अपने स्रोत की ओर बहती रहे।

श्रेष्ठ लोगों का सम्मान और सतगुरु की शरण में जाना मन को शुद्ध करता है। सत्य बोलना और प्रगति के रास्ते पर चलना जीवन को सार्थक बनाता है, जैसे कोई पथिक सही राह पर चलकर मंजिल पा ले।

ऋषि-मुनियों की इस धरती को सुखी रखना, दूसरों के लिए अच्छा करना, और हर दिन प्रभु का स्मरण करना—ये वो कर्म हैं जो जीवन को पवित्र करते हैं। लोकहित में काम करना ही सच्ची भक्ति है, जैसे कोई वृक्ष अपनी छांव और फल बिना स्वार्थ दिए जाए।
दूसरे भजन में भी यही भाव है कि भोलेनाथ के भरोसे पूरा परिवार चलता है। जैसे सूरज हर सुबह उजाला देता है, वैसे ही भगवान का विश्वास और राष्ट्र के प्रति प्रेम जीवन को रोशन करते हैं।
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