साडे घर जगराता होया

साडे घर जगराता होया

अज रहमत किती अम्बे ने
अम्बे ने माँ जगदंबे ने,
ओहदे नाम ते कारज आरंम्भे ने,
फुला दा हार प्रोइया,
सब दें वधाईया आन के,
साडे घर जगराता होया,
सब दें वधाईया आन के।

अज माँ नु घरे बुलाया ये,
ओहदा सुंदर भवन सजाया ये,
पेहला आदि गणेश मनाया ये,
असा तेल बूहे ते चोआया,
सब दें वधाईया आन के,
साडे घर जगराता होया,
सब दें वधाईया आन के।

दिल करदा ऐ भेटा गावन नु,
अज नच नच ख़ुशी मनावन नु,
सबना दे दिल ताई भावन नु,
नजरा दी इलाही चोआ,
सब दें वधाईया आन के,
साडे घर जगराता होया,
सब दें वधाईया आन के।

अज माँ ने मंगिया वर दिता,
खुशिया नाल वेहडा भर दिता,
हनेरे विच चानन कर दिता,
असी हूँ तक हनेरा धोएया,
सब दें वधाईया आन के,
साडे घर जगराता होया,
सब दें वधाईया आन के।

अज जगमग करदा मंदिर ऐ,
अज गद गद होया अंदर ऐ,
ओह गावे वीर सिकंदर ऐ,
जिहदे कर्म जगाया सोया,
सब दें वधाईया आन के,
साडे घर जगराता होया,
सब दें वधाईया आन के।
अज रहमत किती अम्बे ने
अम्बे ने माँ जगदंबे ने,
ओहदे नाम ते कारज आरंम्भे ने,
फुला दा हार प्रोइया,
सब दें वधाईया आन के,
साडे घर जगराता होया,
सब दें वधाईया आन के।



Sade Ghar Jagraata Hoya
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