सेवकियो अरज लगावे है,
म्हाने बेगो सो बुला ले,
बाबा श्याम,
सेवकियो अरज लगावे है।
कई दिनां सूं मनड़ो भटके,
कई दिनां सूं मनड़ो भटके,
लम्बी जुदाई बहुत ही खटके,
लम्बी जुदाई बहुत ही खटके,
आंखड़ल्याँ नीर बहावे है,
आंखड़ल्या नीर बहावे है,
म्हाने बेगो सो बुलाले,
बाबा श्याम,
सेवकियो अरज लगावे है,
म्हाने बेगो सो बुला ले,
बाबा श्याम,
सेवकियो अरज लगावे है।
रात्यूँ तारां गिण गिण काटू,
रात्यु तारा गिण गिण काटूं,
उड़ के कइयां आऊं खाटू,
उड़ के कइयां आऊं खाटू,
यो जिवड़ो छटपटावे है,
यो जिवड़ो छटपटावे है,
म्हाने बेगो सो बुलाले,
बाबा श्याम,
सेवकियो अरज लगावे है,
म्हाने बेगो सो बुला ले,
बाबा श्याम,
सेवकियो अरज लगावे है।
खाटू के कण कण में,
बसेरा करता सांवरा,
जाने कैसा भेष बनाये,
हर गली में आया जाया,
करता सांवरा,
सांवरा तुझमें सांवरा,
सांवरा मुझ में सांवरा,
सांवरा सब में सांवरा।
रींगस से खाटू देखो,
पैदल चलते लोग,
पेट के बल कोई,
पीठ के बल कोई,
लेट के चलते लोग,
कदम मिला भक्तों के,
संग में चलता सांवरा,
जाने कैसा भेष बनाये,
हर गली में आया जाया,
करता सांवरा,
सांवरा तुझमें सांवरा,
सांवरा मुझ में सांवरा,
सांवरा सब में सांवरा।
मेले में खाटू वाले के,
जगह जगह पर डेरे,
इस डेरे कभी उस डेरे,
करता रेन बसेरे,
कब किसको,
क्या क्या देना है,
परखता सांवरा,
जाने कैसा भेष बनाये,
हर गली में आया जाया,
करता सांवरा,
सांवरा तुझमें सांवरा,
सांवरा मुझ में सांवरा,
सांवरा सब में सांवरा।
बाबा के मेले में देखो,
लंबी लगे कतारें,
दूर दूर के भक्त अनोखे,
उनके अजब नजारे,
आते जाते सब पर,
नजर रखता सांवरा,
जाने कैसा भेष बनाये,
हर गली में आया जाया,
करता सांवरा,
सांवरा तुझमें सांवरा,
सांवरा मुझ में सांवरा,
सांवरा सब में सांवरा।
म्हाने बेगो सो बुला ले,
बाबा श्याम,
सेवकियो अरज लगावे है।
कई दिनां सूं मनड़ो भटके,
कई दिनां सूं मनड़ो भटके,
लम्बी जुदाई बहुत ही खटके,
लम्बी जुदाई बहुत ही खटके,
आंखड़ल्याँ नीर बहावे है,
आंखड़ल्या नीर बहावे है,
म्हाने बेगो सो बुलाले,
बाबा श्याम,
सेवकियो अरज लगावे है,
म्हाने बेगो सो बुला ले,
बाबा श्याम,
सेवकियो अरज लगावे है।
रात्यूँ तारां गिण गिण काटू,
रात्यु तारा गिण गिण काटूं,
उड़ के कइयां आऊं खाटू,
उड़ के कइयां आऊं खाटू,
यो जिवड़ो छटपटावे है,
यो जिवड़ो छटपटावे है,
म्हाने बेगो सो बुलाले,
बाबा श्याम,
सेवकियो अरज लगावे है,
म्हाने बेगो सो बुला ले,
बाबा श्याम,
सेवकियो अरज लगावे है।
खाटू के कण कण में,
बसेरा करता सांवरा,
जाने कैसा भेष बनाये,
हर गली में आया जाया,
करता सांवरा,
सांवरा तुझमें सांवरा,
सांवरा मुझ में सांवरा,
सांवरा सब में सांवरा।
रींगस से खाटू देखो,
पैदल चलते लोग,
पेट के बल कोई,
पीठ के बल कोई,
लेट के चलते लोग,
कदम मिला भक्तों के,
संग में चलता सांवरा,
जाने कैसा भेष बनाये,
हर गली में आया जाया,
करता सांवरा,
सांवरा तुझमें सांवरा,
सांवरा मुझ में सांवरा,
सांवरा सब में सांवरा।
मेले में खाटू वाले के,
जगह जगह पर डेरे,
इस डेरे कभी उस डेरे,
करता रेन बसेरे,
कब किसको,
क्या क्या देना है,
परखता सांवरा,
जाने कैसा भेष बनाये,
हर गली में आया जाया,
करता सांवरा,
सांवरा तुझमें सांवरा,
सांवरा मुझ में सांवरा,
सांवरा सब में सांवरा।
बाबा के मेले में देखो,
लंबी लगे कतारें,
दूर दूर के भक्त अनोखे,
उनके अजब नजारे,
आते जाते सब पर,
नजर रखता सांवरा,
जाने कैसा भेष बनाये,
हर गली में आया जाया,
करता सांवरा,
सांवरा तुझमें सांवरा,
सांवरा मुझ में सांवरा,
सांवरा सब में सांवरा।
सेवकियो अरज लगावे है,
म्हाने बेगो सो बुला ले,
बाबा श्याम,
सेवकियो अरज लगावे है।
खाटू श्यामजी को कृष्ण जी के अवतार (incarnation ) के रूप में पूजा जाता है, मुख्य रूप से भारत के उत्तरी राज्यों में यथा राजस्थान, हरियाणा उत्तरप्रदेश आदि ।
सेवकियो अरज लगावे है || Sewakiyo Araj Lagawe Hai || Shubham Rupam
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