शिव ही मेरी राह भी है, शिव ही मेरी रूह, शिव ही मेरी आत्मा है, शिव ही अंतस हो, शिव ही तो हर कण में है,
शिव आसमा खुद है, शिव से जीवन मुक्ति है, हाँ, शिव ही सब कुछ हैं, आदियोगी मेरी भोले, तू ही मुझ में है।
जिस ने जग के सुख के लिए, विष को है पिया,
Shiv Bhajan Lyrics in Hindi
जिस ने अपना नूर हर, कण कण में है दिया, जटा से निकली धारा ने, अमृत है सबको दिया, मेरे शिव के चरणों में, मैंने सब है रख दिया, शिव ही तो हर कण में है, शिव आसमा खुद है,
शिव से जीवन मुक्ति है, हाँ, शिव ही सब कुछ हैं, आदियोगी मेरी भोले, तू ही मुझ में है।
ॐ शंकराय नमः ॐ जटाधाराय नमः।
शिव से जीवन मुक्ति है, हाँ, शिव ही सब कुछ हैं, आदियोगी मेरी भोले, तू ही मुझ में है।
शिव ही सब कुछ है - भजन | Shiv Hi Sab Kuch Hai - Lyrical | Maanya Arora | Aviral Kumar